Saurav Shukla
Ranchi: कोरोना की आहट और ओमिक्रॉन बीएफ.7 वैरिएंट को लेकर केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय और झारखंड का स्वास्थ विभाग अलर्ट पर है. इससे निपटने के लिए पूरे देश में 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल किया गया. स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता और विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण सिंह की मौजूदगी में व्यवस्था मुक्कमल होने का दावा किया गया. जांच कि रफ्तार बढ़ाने की बात कही गयी थी. लेकिन हकीकत है कि जिले में कोविड जांच न के बराबर हो रही है. वहीं शहर के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में बुखार, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में सवाल है कि जांच की रफ्तार बढ़ायी जाती तो सैंकड़ों की संख्या में संक्रमित मरीज मिलते. वहीं स्वास्थ विभाग के आंकड़ें के अनुसार, राज्य में कोरोना के महज 2 सक्रिय मरीज हैं. इनमें रांची में एक और 8 जनवरी को धनबाद में एक मरीज संक्रमित पाया गया है.
3 जनवरी को राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या थी तीन
स्वास्थ विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 3 जनवरी को कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्य तीन था. इस दिन पूर्वी सिंहभूम में एक और खूंटी में एक संक्रमित मरीज मिले थे. जबकि साल 2022 के 3 जनवरी को राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 5218 था. वहीं इस दिन 1481 नए मरीज भी मिले थे और पूर्वी सिंहभूम में एक संक्रमित व्यक्ति की मौत हुई थी.
आंकड़ों से समझिए कोरोना की रफ्तार
9 जनवरी 2022 को कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 23328 पर पहुंच गया था. इस दिन 3444 नए संक्रमित मरीज मिले थे. जबकि 6 लोगों की मौत हुई थी. मृतकों में पूर्वी सिंहभूम के चार, कोडरमा के एक और गोड्डा के एक मरीज थे. वहीं 9 जनवरी 2023 को झारखंड में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2 है. रांची और धनबाद में एक-एक सक्रिय मरीज है.
क्या कहते है कोविड टास्क फोर्स के सदस्य
वहीं रिम्स टीबी एंड चेस्ट विभाग के एचओडी सह कोविड टास्क फोर्स के सद्स्य डॉ ब्रजेश मिश्रा ने कहा कि जिस रफ्तार से पिछले साल कोरोना बढ़ा था, वैसी स्थिति इस साल नहीं है. वैक्सीनेशन इसके पीछे की बड़ी वजह है. साथ ही दूसरे देशों के मुकाबले भारत के लोगों की प्रतिरोधात्मक क्षमता भी ज्यादा है. हालांकि डॉ मिश्रा ने कहा कि कॉमन फ्लू के मरीजों की संख्या में जरूर इजाफा हुआ है. यदि ठीक ढंग से कोरोना जांच किया जाए तो मरीजों की संख्या बढ़ेगी इसमें कोई संदेह नहीं है.
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