Ormanjhi: राजधानी रांची से महज 39 किलोमीटर की दूरी पर जंगल और पहाड़ से घिरा है रोहनिया गांव. सदमा पंचायत के रोहनिया गांव में सालोंभर जंगली जानवरों का भय ग्रामीणों को सताता रहता है. आये दिन जंगली हाथियों का हमला होता रहता है. ऐसे में रात हो या दिन घर से निकलने में एक बार लोगों को सोचना पड़ता है. इस गांव में सुरक्षा को लेकर अनेकों बार ग्रामीण अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट चुके हैं.
सभी जगह से ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही आश्वासन मिलता आ रहा था. किसी तरह की कोई सुरक्षा की पहल सरकार की ओर से नहीं की जा रही थी. इसे देखते हुए सदमा पंचायत के आसपास के सैकड़ों ग्रामीण बैठक कर इस दिशा में पहल करने का फैसला किया. ग्रामीणों ने फॉरेस्ट विभाग के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाया.
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इसके बाद फॉरेस्ट विभाग के रहमों करम से ग्रामीणों को 2 लाख का सौगात मिला. फॉरेस्ट विभाग ने वन प्रबंधन समिति के खाता में 2 लाख रुपया डाल दिया. इससे ग्रामीणों का उत्साह बढ़ गया. इसी के लिए ग्रामीणों द्वारा शनिवार को बैठक किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक राजेश कच्छप पहुंचे. ग्रामीणों ने उन्हें क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया.
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कहा कि क्षेत्र में विकास की किरण नहीं पहुंची है. सरकार इस ओर ध्यान दे रही है. वहीं फॉरेस्ट विभाग की ओर से 2 लाख रुपया का सहयोग मिलने पर उस पैसे से ढोल, नगाड़ा, टार्च व अन्य सामग्री खरीदा. इसका वितरण मुख्य अतिथि विधायक राजेश कच्छप ने अपने हाथों से किया.
इस अवसर पर विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने में लगी है. जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है. ताकि जनता को फायदा हो. कहा कि जब भी कोई परेशानी हो तो सीधे हमसे संपर्क करें ताकि उन परेशानियों का समाधान जल्द हो सके.
सरकार जंगली इलाकों के लिए भी योजनाएं चला रही है. इसका लाभ आप सभी को मिलता रहेगा. जंगली इलाकों में किसी तरह की अप्रिय घटना घटती है तो सरकार उसे मुआवजा स्वरूप पैसा देती है. सरकार ने जो सामग्री दिया है उसका सदुपयोग करें. तभी सभी को लाभ होगा. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से फॉरेस्ट विभाग के शेखर तिग्गा, चन्दरा पंचायत के रमेशचंद्र उरांव और सदमा पंचायत की मुखिया गीता कच्छप सहित सेकड़ो लोग मौजूद थे. ,
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