Palamu: मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं को लेकर सरकार सजग है. मामला जिले के हुसैनाबाद प्रखंड अंतर्गत ग्राम जमुआ का है. मनरेगा के तहत संचालित 13 योजनाओं में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद उपायुक्त शशि रंजन के निर्देश के बाद डीडीसी शेखर जमुआर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे रद्द कर दिया.
ग्राम जमुआ में मनरेगा अंतर्गत 13 योजनाओं में जेसीबी मशीन से कार्य कराए जाने की पुष्टि के बाद संबंधितों के ऊपर कार्रवाई की गई. इस दौरान कई लाभुकों के खेत में सिंचाई कूप निर्माण, डोभा निर्माण व मिट्टी मोरम पथ निर्माण में गड़बड़ी की जा रही थी. उप विकास आयुक्त ने हुसैनाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को 7 दिनों के भीतर राशि की वसूली करते हुए नाजिर रसीद सहित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
उपायुक्त ने इससे संबंधित सभी के विरुद्ध जिला द्वारा पूर्व से निर्धारित दर पर अनुपातिक दायित्व निर्धारण करते हुए इसमें व्यय की गई राशि की वसूली करने का निर्देश दिया. ऐसे में इससे सबंधित सभी से कुल मिलाकर 12,14,838 रुपये की वसूली की जायेगी.
उप विकास आयुक्त ने जेम्स हेरेंज, सदस्य राज्य संचालन समिति, सामाजिक अंकेक्षण इकाई, झारखंड द्वारा प्राप्त शिकायत मिलने के बाद जिला स्तरीय जांच दल का गठन किया गया. जांच दल द्वारा स्थल की जांच करने के बाद शिकायत सही पाया गया. जांच दल के प्रतिवेदन के आधार पर सभी संबंधितों पर कार्रवाई की गयी.
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स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश
वहीं इसके पूर्व शियाकत का प्रखंड स्तरीय जांच दल द्वारा भी जांच करवाया गया था. उस जांच रिपोर्ट में शिकायत को निराधार बताया गया था. इस पर संज्ञान लेते हुए डीडीसी ने अस्पष्ट एवं भ्रामक जांच रिपोर्ट बनाने को लेकर हुसैनाबाद के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय जांच दल में शामिल सभी सदस्यों से स्पष्टीकरण की मांग की है.
डीडीसी ने इसके साथ ही हुसैनाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को इस मामले में जमुआ के पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सेवक, कनीय अभियंता एवं मुखिया से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
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