Palamu : पलामू जिले अंतर्गत प्रखंड क्षेत्र में संचालित कठौतिया कोल माइंस के खिलाफ तीसरे दिन भी धरना जारी रहा. माइनिंग नियमों का उल्लघंन, मनमानी तरीके से माइंस चलाने के विरोध में कठौतिया के रझीखाड़ में दो मार्च से शुरू हुआ धरना शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. शुक्रवार को देर शाम पांकी विधायक शशिभूषण मेहता धरना का समर्थन किया, उन्होंने प्रदर्शनकारियों की हौसला अफजाई की और कहा कि प्रबंधन को मनजीत के परिवार वालों को मुआवजा देना होगा. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि वह इस मांग को सदन में भी उठायेंगे. वहीं शनिवार को धरना स्थल पर भाजपा नेता सह पूर्व सांसद मनोज कुमार भी पहुंचें. प्रदर्शनकारियों की हौसला अफजाई की. कहा कि आप सभी को मेरी जब भी आवश्यकता होगी मैं तैयार रहूंगा. ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष अजीत मेहता भी अपने दलबल के साथ पहुंचकर धरना में शामिल हुए, इस मौके पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राजन मेहता, पंडवा उप प्रमुख धर्मवीर सिंह उर्फ मंटू सिंह, मंदीप राम, वशिष्ठ कुमार, धर्मेन्द्र ठाकुर सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.
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नीलगाय से बचाव के लिए तकनीक का सहारा लें किसान
खानवा गांव में कृषक वैज्ञानिक अंतरमिलन कार्यक्रम संपन्न
आत्मा पलामू की ओर से मेदिनीनगर सदर प्रखंड के जोड़ पंचायत स्थित खनवा गांव में कृषक वैज्ञानिक अंतरमिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें जिला कृषि पदाधिकारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसल के विभिन्न प्रजाति एवं सिंचाई के अलग-अलग पद्धतियों के बारे में तकनीकी जानकारी दी. जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश कुमार मांझी ने टपक सिंचाई पद्धति से खेती करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि टपक सिंचाई पद्धति किसानों के लिए बेहतर है. इस पद्धति के प्रयोग से किसान पानी की बचत कर सकते हैं, साथ ही फसल का उत्पादन भी अधिक ले सकेंगे. उन्होंने किसानों के अनुरोध पर नीलगाय के प्रकोप से बचने के लिए कुछ यांत्रिक संरक्षण प्रदान करने और उन्हें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.
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फलदार पौधे लगाने पर जोर
वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक दिलीप कुमार पांडेय ने किसानों को कम पानी वाली खेती करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पलामू कम बारिश वाला क्षेत्र है. इसे देखते हुए किसान फलदार पौधों को लगायें. उन्होंने फलदार पौधों के लाभ से लोगों को अवगत कराया. साथ ही उन्होंने मोटे अनाज वाले फसलों को अपनाकर उसकी खेती करने की पहल शुरू करने की बातें कही. साथ ही नीलगाय से फसल को बचाने के लिए तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि तकनीक का प्रयोग कर जानवरों से फसल के नुकसान को बचाया जा सकता है. अंतरमिलन कार्यक्रम में सदर प्रखंड के तकनीकी प्रबंधक सुमित वर्मा, मोहम्मदगंज के सहायक तकनीकी प्रबंधक आफताब आलम, आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रवीण राज, जोड़ पंचायत की मुखिया प्रभा देवी, किसान विजय कुमार मेहता, मुखराम यादव सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष किसान उपस्थित थे.