Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले में चौथे चरण के नामांकन में आपाधापी जैसा नजारा दिखा. 6 मई को अंतिम तिथि होने के कारण अधिकांश प्रत्याशियों ने आज नामांकन किया. जिसके कारण जमशेदपुर प्रखंड परिसर में प्रत्याशियों के समर्थकों की अपार भीड़ जमा हो गई. गर्मी के कारण अधिकांश समर्थक छाता लेकर अपने प्रत्याशी के समर्थन में आए थे. आज जिन प्रमुख प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया. उनमें दक्षिणी करनडीह से सरस्तवती टुडू (पूर्व मुखिया), हितकू पंचायत से पलटन मुर्मू (पूर्व मुखिया), पुड़िहासा पंचायत से माया हांसदा, (पुर्व पंसस), पूर्वी किताडीह से राजू बेसरा (पूर्व पंसस), जोबा मार्डी (पूर्व मुखिया), दक्षिणी हलुदबनी से ओर्फा सोरेन (निवर्तमान मुखिया), वार्ड सदस्य से मनोज कुमार महतो, राजकुमार साहु, कुमकुम सिंह, रेखा देवी, उत्तरी छोटागोविन्दपुर पंचायत से मुखिया पद के लिए जगता सोरेन, उत्तरी करनडीह पंचायत से चुड़ामणि मार्डी सहित अन्य ने आज नामांकन किया.
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पंचायत क्षेत्र की जनता का सर्वांगीण विकास का सपना : जगता सोरेन
उत्तरी छोटा गोविनद्पुर से मुखिया पद के प्रत्याशी जगता सोरेन ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में गांवों के विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य से काफी निधि मिल रही है. लेकिन उसका सही उपयोग नहीं हो रहा है. 14 वें एवं 15 वें वित आय़ोग से मिली राशि से अपेक्षाकृत विकास नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि अगर वे मुखिया निर्वाचित होते हैं, तो पंचायत क्षेत्र की जनता का सर्वांगिण विकास उनका सपना है. शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई के क्षेत्र में पंचायत को अग्रणि बनाना है.
गरीबों के बीच सरकार की योजनाएं पहुंचाना लक्ष्य : चूड़ामणि
उत्तरी करनडीह पंचायत से मुखिया पद कीउम्मीदवार चूड़ामणि मार्डी ने कहा कि उनका पंचायत आदिवासी एवं गैर आदिवासी बहूल क्षेत्र है. गरीब, मजदूर महिलाएं ज्यादा संख्या में हैं. लेकिन उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ उचित समय पर नहीं मिल पा रहा है. कई लोग अभी भी बेखर हैं. पीएम आवास की सुविधा के अलावे पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा एवं शिक्षा का विकास करना उनका सपना है. जानकारी हो कि उक्त पंचायत की निवर्तमान मुखिया सिनी सोरेने हैं.
जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता : बबीता
जमशेदपुर प्रखंड के दक्षिणी सुसनीगढिया पंयायत से पंचायत समिति सदस्य की प्रत्याशी बबिता करूआ ने आज धालभूम अनुमंडलाधिकारी के कार्यालय में नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के बाद बबिता करूआ ने कहा कि उनका पंचायत रेलवे क्षेत्र से सटा ईलाका है. लेकिन वहां का सर्वांगिण विकास नहीं हो पाया है. कई बस्तियों में अभी तक बिजली की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पायी है. रेल फाटक बंद रहने के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी होती है. इन सभी समस्याओं के निदान उनकी प्राथमिकता है.