VIDEO | Inside visuals from Parliament annexe. Union Ministers JP Nadda, Rajnath Singh and Kiren Rijiju among several other leaders are present to attend all-party meeting called by the government ahead of the Monsoon session.
(Full video available on PTI Videos -… pic.twitter.com/CufO7PU2lO
— Press Trust of India (@PTI_News) July 21, 2024
#BreakingNews|CR| कांग्रेस नेता जयराम रमेश का X पर पोस्ट
‘बिहार और आंध्र प्रदेश को लेकर किया दावा, सर्वदलीय बैठक में विशेष राज्य के दर्जे की मांग का किया दावा, JDU नेता ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग की- जयराम रमेश, YSRCP नेता ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की… pic.twitter.com/Z4YCgw7nJR
— Bharat 24 – Vision Of New India (@Bharat24Liv) July 21, 2024
जदयू ने बिहार के लिए, वाईएसआरसीपी ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग की
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) और वाईएसआरसीपी ने क्रमश: बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की, लेकिन अजीब बात यह रही कि तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) इस मामले पर चुप रही. रमेश ने एक्’ पर एक पोस्ट में कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज सदन के नेताओं की सर्वदलीय बैठक में जद (यू) नेता ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की,
विपक्ष के सदस्यों ने सरकार से कहा, उन्हें संसद में अपने मुद्दे उठाने की अनुमति दी जानी चाहिए
वाईएसआरसीपी नेता ने भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग की. अजीब बात रही कि तेदेपा नेता इस मामले पर चुप रहे. रमेश का यह सोशल मीडिया पोस्ट तब आया, जब बैठक जारी ही थी. सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख सहयोगी जद (यू) ने हाल ही में एक प्रस्ताव पारित कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की थी. आंध्र प्रदेश के नेता लंबे समय से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के बाद इस मांग ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है. विपक्ष के सदस्यों ने सर्वदलीय बैठक में सरकार से कहा कि उन्हें संसद में अपने मुद्दे उठाने की अनुमति दी जानी चाहिए.
44 दलों के 55 नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया
बैठक के बाद किरण रिजीजू ने संवाददाताओं को बताया कि 44 दलों के 55 नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया जहां सार्थक चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार और विपक्ष की सामूहिक जिम्मेदारी है और सरकार नियमों का पालन करते हुए संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. सूत्रों ने बताया कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार के कांवड़ मार्ग पर स्थित भोजनालयों के मालिकों के नाम दिखाने के विवादास्पद निर्देश का मुद्दा उठाया.