NewDelhi : दुनियाभर के विदेशी जेलों में 10 हजार से अधिक भारतीय नागरिक बंद हैं, जिनमें से कई पर मुकदमे चल रहे है. कई लोग सजा काट रहे हैं. संसदीय कमेटी की एक रिपोर्ट से यह सामने आया है. जानकारी के अनुसार इन कैदियों के ट्रांसफर को लेकर भारत का 31 देशों के साथ द्विपक्षीय करार है,
इस करार के तहत विदेशी जेलों में सजा काट रहे भारतीयों को भारत लाकर अपनी बाकी सजा पूरी करने की अनुमति प्रदान की जाती है. लेकिन तीन सालों में सिर्फ आठ भारतीय कैदी ही विदेशी जेलों से भारत ट्रांसफर किये गये हैं.
TSP(ट्रांसफर ऑफ सेंटेस्टड पर्सन) अग्रीमेंट के तहत 2023 में पांच कैदी, तीन ईरान, एक कंबोडिया और एक ब्रिटेन के जेल से भारत लाये गये. 2024 का बात करें तो अब तक दो भारतीय ब्रिटेन से और एक रूस से भारत भेजे गये हैं.
खबरों के अनुसार भारत ने इन द्विपक्षीय करारों के अलावा दो अंतर्राष्ट्रीय समझौतों पर भी हस्ताक्षर किये हैं.
इनमें इंटर अमेरिकन कन्वेंशन ऑन सर्विंग क्रिमिनल सेंटेंस और काउंसिल ऑफ यूरोप कन्वेंशन ऑन ट्रांसफर ऑफ सेंटेंस्ड पर्सन्स शामिल हैं. इन समझौतों के तहत यूरोप और अमेरिका के अधिकतर देश आते हैं. हालैंकि एशिया, अफ्रीका और पूर्वी यूरोप के कई देशों के साथ भारते के ऐसे करार नहीं हैं,
रिपोर्ट के अनुसार 12 ऐसे देश हैं, जहां 100 से अधिक भारतीय नागरिक जेलों में बंद हैं. सऊदी अरब में 2647, यूएई में 2479, नेपाल में 1187, मलेशिया में 371 और बहरीन में 272 नागरिक जेलों में हैं. इन 12 में से 9 देशों के साथ ट्रांसफर संबंधी करार मौजूद हैं
जिन देशों के साथ भारत का द्विपक्षीय करार है, उनमें ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बांग्लादेश, बोस्निया, ब्राजील, कंबोडिया, इजिप्ट, एस्टोनिया, मालदीव, मंगोलिया, कतर, रूस, सऊदी अरब, सोमालिया, स्पेन, श्रीलंका, थाईलैंड, तुर्किए, यूएई, यूके, फ्रांस, हॉन्गकॉन्ग, ईरान, इस्राइल, इटली, कजाकिस्तान, कोरिया, कुवैत, वियतनाम शामिल हैं.
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