NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पेरिस पैरालंपिक से लौटे भारतीय टीम से अपने आवास पर मुलाकात की. इस दौरान पैरालंपिक खेलों में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला अवनि लेखरा ने पीएम मोदी को अपनी जर्सी भेंट की. इस जर्सी पर लिखा है कि आपके समर्थन के लिए… धन्यवाद सर. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कपिल परमार के कांस्य पदक पर साइन किये, जो उन्होंने पैरा जूडो पुरुषों की 61 किग्रा जे1 श्रेणी में जीता था.
Delhi: PM Narendra Modi met with Paralympians at his residence today and interacted with them pic.twitter.com/vgfMDbSO4F
— IANS (@ians_india) September 12, 2024
पैरालंपिक में 29 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में 18वें स्थान पर
बता दें कि फ्रांस की राजधानी में 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पेरिस 2024 पैरालंपिक का आयोजन किया गया था. इस पैरालंपिक में रिकॉर्ड 84 पैरा-एथलीटों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया. भारतीय एथलीटों ने टोक्यो के रिकॉर्ड प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ी. इतना ही नहीं भारतीय एथलीटों ने पैरालंपिक में देश के लिए अब तक के सर्वोच्च पदक जीतकर इतिहास रचा. भारत ने 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक के साथ कुल 29 पदकों के साथ पदक तालिका में 18वां स्थान हासिल किया.
अवनि लेखरा पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी
टोक्यो 2020 में भारत ने 9 खेलों में भाग लिया था. वहीं पेरिस पैरालंपिक में भारत ने 12 खेलों में भाग लिया, जो टोक्यो 2020 से तीन ज्यादा है. ये तीन नये खेलों में पैरा साइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो शामिल था. 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 शूटिंग स्पर्धा में अवनि लेखरा ने दो स्वर्ण पदक जीतकर विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ अपना खिताब बरकरार रखा. अवनि लेखरा पहली भारतीय महिला बनी, जिन्होंने पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीते हैं. इसके अलावा पैरा जूडो पुरुषों की 61 किग्रा जे1 श्रेणी में कपिल परमार के कांस्य पदक पर जीता. वहीं भाला फेंक के दिग्गज सुमित अंतिल ने पैरालंपिक में अपना खिताब बचाने वाले पहले भारतीय पुरुष के रूप में इतिहास रच दिया. उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक एफ64 में 70.59 मीटर की शानदार थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जो एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड है. उन्होंने टोक्यो 2020 पैरालंपिक में बनाये गये अपने पिछले रिकॉर्ड को पेरिस में तीन बार तोड़ा. हरविंदर सिंह भारत के पहले पैरालंपिक तीरंदाजी चैंपियन बने.