NewDelhi : पीएम मोदी ने आज शुक्रवार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के खाते में 18,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये. इससे लगभग नौ करोड़ से अधिक किसान परिवारों को लाभ होगा. पीएम मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों से जुड़े.
आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के किसानों से बात की. इस क्रम में पीएम विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि कुछ नेता राजनीतिक एजेंडा चलाने के लिए अपनी राजनीतिक विचारधारा किसानों पर थोप रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में बचे हैं 5 दिन, वरना देना होगा जुर्माना
वे कह रहे हैं कि नये कानूनों से किसानों को नुकसान है
वे कह रहे हैं कि नये कानूनों से किसानों को नुकसान है. पीएम ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि किसानों के झंडे लेकर खेल खेला जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि जितने लोग आज किसानों के नाम आंदोलन कर रहे हैं, जब इनका वक्त था तो चुप बैठे थे. पहले की सरकार का समर्थन करते रहे. यही लोग स्वामीनाथन की रिपोर्ट पर सालों बैठे रहे। हम जब सत्ता में आये तो हमने निकलवाया।
ये राजनीतिक के मैदान में जिंदा रहने के लिए जड़ी बूटी खोज रहे हैं. कहा कि देश का किसान उनको अब कोई जड़ी बूटी देने वाला नहीं है. आग्रह किया कि निर्दोष किसानों की जिंदगी के साथ न खेलें, उन्हें गुमराह न करें.
इसे भी पढ़ें : कृषि मंत्री तोमर ने कहा, राहुल गांधी को कांग्रेस भी गंभीरता से नहीं लेती, विपक्ष का आरोप, पीएम किसानों के मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं
पीएम किसान सम्मान निधि के बारे में जानें
जान लें कि पीएम किसान योजना के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार किसानों के खातों में हर चार महीने में 2 हजार रुपये की किस्त जमा करती है. एक साल में कुल 6 हजार रुपये किसानों खातों में ट्रांसफर किये जाते हैं. यह योजना एक दिसंबर, 2018 को लागू हुई थी.
ममता सरकार पर हमलावर हुए पीएम मोदी
Mamata Banerjee’s ideology has destroyed Bengal. Her actions against the farmers have hurt me a lot. Why is the Opposition quiet on this?: PM Modi https://t.co/TCwIqEXXhs
— ANI (@ANI) December 25, 2020
पीएम मोदी ने ममता सरकार के घेरते हुए कहा, मुझे आज इस बात का अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. कहा कि बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया कोलंबे समय से रोक रखा है.
इसे भी पढ़ें :बातचीत के लिए दरवाजे खुले हैं, आंदोलनकारी किसानों को सरकार ने फिर बुलावा भेजा, किसान मानेंगे?
राजनीतिक विचारधारा ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है
बंगाल की सरकार राजनीतिक कारणों से अड़ंगा डाल रही है. उनके राज्य के किसानों को भारत सरकार द्वारा दिया जाने वासा पैसा नहीं मिल रहा है. कहा कि जो लोग 30-30 साल तक बंगाल में राज करते रहे हैं, एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा को लेकर के बंगाल को कहां से कहां लाकर क्या हालत कर दी है. सारा देश जानता है और ममता जी के 15 साल पुराने भाषण सुनोगे तो पता चलेगा कि इस राजनीतिक विचारधारा ने बंगाल को कितना बर्बाद कर दिया है.
मध्य प्रदेश के किसान ने नये कानून का लाभ बताया
किसानों से रूबरू होते हुए पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के धार जिले के मनोज पाटीदार से नये कृषि कानूनों के फायदे गिनाने को कहा. मनोज ने बताया कि नये कानूनों से हमें एक विकल्प मिल गया है. पहले मंडी का ही एक द्वार था, लेकिन अब किसी निजी व्यापारी या अन्य संस्थान को अपना माल बेच सकते हैं. कहा कि इस साल मैंने सोयाबीन को सोया चौपाल आईटीसी की एक कंपनी को 41,00 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 85 क्विंटल सोया बेचा
ऑर्गेनिक अदरक की खेती करते हैं अरुणाचल के किसान
अरुणाचल प्रदेश के किसान गगन पेरिंग ने पीएम मोदी को बताया, मुझे पीएम किसान निधि के तहत 6,000 रुपये मिले हैं, जिसका उपयोग ऑर्गेनिक खाद और दवा खरीदने में किया. उन्होंने आगे बताया कि एफपीओ के तहत उनके साथ 446 किसान जुड़े हैं जो ऑर्गेनिक अदरक उगाते हैं.
मोदी का सवाल, अदरक के साथ जमीन भी ले जाती हैं क्या कंपनी?’
पीएम मोदी ने गगन पेरिंग से पूछा कि आप छोटे किसानों को प्राइवेट कंपनी के साथ जोड़ते हैं क्या उन्होंने सिर्फ प्रोडेक्ट खरीदे या जमीन भी ले ली. इस पर गगन पेरिंग ने कहा, ‘हाल ही में हमने एक कंपनी से एग्रीमेंट किया है. जितना प्रोडेक्ट है उसे ही ले जाने का अग्रीमेंट किया है जमीन का नहीं. हमारी जमीन सुरक्षित है.
इस पर पीएम मोदी ने कहा कि आप इतनी दूर अरुणाचल पर बैठे हैं और कह रहे हैं कि आपकी जमीन सुरक्षित है लेकिन यहां किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है कि किसानों की जमीन ले ली जायेगी.