Bermo : तेनुघाट कॉलेज के प्राचार्य सुदामा तिवारी इस कॉलेज में भूगोल और खोरठा भाषा की पढ़ाई शुरू कराने की पहल करेंगे. इस कॉलेज की स्थापना 1982 में हुई थी. इसके पूर्व गोमिया, पेटरवार और कसमार प्रखंड के छात्र-छात्राओं को रांची व बोकारो समेत अन्य जगह कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने जाना पड़ता था. जो गरीब छात्र बाहर नहीं जा पाते थे उनकी कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा घर में ही दफन हो जाती थी. 1982 में डिग्री की पढ़ाई शुरू होने पर आसपास के छात्रों को इसका फायदा मिला.
इस कॉलेज को 1986 में अस्थाई संबद्धता मिली
इस कॉलेज को 1986 में अस्थाई संबद्धता मिली. 2007 में विनोबा भावे विश्वविद्यालय से कला और वाणिज्य के लिए स्थायी संबद्धता भी मिल गई. 2013 में यूजीसी से भी मान्यता मान्यता मिल गई. 2009 में झारखंड सरकार ने अनुदान राशि देना भी शुरू कर दिया. यहां कला संकाय में इतिहास, राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र, अंग्रेजी और हिंदी की फिलहाल पढ़ाई होती है. वाणिज्य संकाय में सभी विषयों की पढ़ाई होती है.
यहां के छात्र-छात्राओं की इच्छा है कि इस कॉलेज में भूगोल और खोरठा भाषा की भी पढ़ाई शुरू हो. इसे लेकर प्राचार्य दोनों विषयों की पढ़ाई शुरू कराने पर पहल करेंगे. इसके लिए वे विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के संबंधित विभाग से वार्ता करेंगे.
यह भी पढ़ें : बेरमो : सीसीएल के 55 कर्मी हुए सेवानिवृत्त