भारत लंबे समय से यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग कर रहा है.
Washington : अमेरिका के विलमिंगटन, डेलावेयर में शनिवार को आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान देशों के प्रमुख नेता शामिल हुए. खबरों के अनुसार बैठक में यूएनएससी की स्थायी और अस्थायी सीटों के विस्तार से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार की बात कही गयी. भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका ने विलमिंगटन घोषणा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को अधिक समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया. क्वाड नेताओं ने यूक्रेन में युद्ध, गाजा में मानवीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की.
Addressing the Quad Leaders’ Summit. https://t.co/fphRgLwLPS
— Narendra Modi (@narendramodi) September 21, 2024
Quad leaders express deep concerns over “raging war” in Ukraine, “humanitarian crisis” in Gaza
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— ANI Digital (@ani_digital) September 22, 2024
The Quad hosted its first Counter-Terrorism Working Group (CTWG) in 2023 and will meet annually to discuss CT threats, Quad CT good practices, and ways the Quad can work together to mitigate acts of terrorism through information sharing, consequence management and strategic… pic.twitter.com/tRAnsWICgW
— ANI (@ANI) September 22, 2024
जो बाइडेन ने यूएनएससी में भारत के स्थायी प्रतिनिधित्व की वकालत की
उन्होंने कहा कि विस्तारित सुरक्षा परिषद में अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए. जान लें कि भारत लंबे समय से यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग कर रहा है. जो बाइडेन ने यूएनएससी में भारत के स्थायी प्रतिनिधित्व की वकालत की. क्वाड देशों ने अपने घोषणापत्र में सीमा पार आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की’स्पष्ट निंदा की. क्वाड देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और समुद्री सुरक्षा पर खासा जोर दिया. महत्वपूर्ण बात यह कि उत्तर कोरिया द्वारा लगातार की जा रही मिसाइल परीक्षणों की निंदा करते हुए और इसे बड़ा खतरा करार दिया गया.
सम्मेलन में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने संयुक्त रूप से घोषणा करते हुए कहा कि वैश्विक और क्षेत्रीय भागीदारों के साथ, हम वैश्विक शांति, समृद्धि और सतत विकास करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और पहलों का समर्थन करना जारी रखेंगे. क्वाड देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करने की बात कही. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी सदस्यता में विस्तार करने पर मंथन हुआ.
क्वाड देशों ने मुंबई में 26/11 और पठानकोट हमलों की निंदा की
क्वाड देशों ने आतंकवाद के खिलाफ चर्चा करते हुए मुंबई में 26/11 और पठानकोट हमलों की निंदा की. कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं. अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार, आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से उत्पन्न खतरों को रोकने, पता लगाने और उनका जवाब देने के व्यापक और निरंतर तरीके पर काम करने की बात कही गयी.
इस क्रम में क्वाड देशों ने उत्तर कोरिया के दुनिया को अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों की निंदा करते हुए इसे गंभीर खतरा माना. घोषणापत्र में कहा गया कि उत्तर कोरिया द्वारा लगातार की जा रही बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों (यूएनएससीआर) का उल्लंघन करने की निंदा की जाती है.
बाइडेन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया
क्वाड सम्मेलन से इतर डेलावेयर के विलमिंगटन में स्थित बाइडेन ने अपने आवास पर पीएम मोदी का स्वागत किया. दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले. दोनों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. बाइडेन ने एक्स पर कहा, भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ जब भी हम बैठते हैं, मैं सहयोग के नये क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से बहुत प्रसन्न होता हूं. आज भी कुछ अलग नहीं था.क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज शामिल हुए. यह छठा क्वाड नेताओं का शिखर सम्मेलन था,