राहुल अब बचकानी नहीं, खतरनाक और शैतानी हरकतें कर रहे : सुधांशु त्रिवेदी
NewDelhi : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिका दौरे और वहां दिये गये बयनों पर सियासत तेज हो गयी है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की है. बयानों पर कटाक्ष करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सैम पित्रोदा ने सही कहा था कि राहुल गांधी अब समझदार हो गये हैं. क्योंकि राहुल गांधी अब बचकानी नहीं बल्कि खतरनाक और शैतानी हरकतें कर रहे हैं. हर चीज का आदर्श विदेशों में ढूंढने वाले लोग, हमेशा विदेश से ही प्रेरणा लेने वाले लोग आज विदेश में ही जाकर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. यह दुखद, निंदनीय और भर्त्सना योग्य है. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो बात अंकल सैम ने कही है, वो उससे सहमत हैं. जो उनको संज्ञा दी जाती थी अब वह वो नहीं है. अब राहुल गांधी बचकानी हरकतें नहीं कर रहे हैं, बल्कि अब वो खतरनाक और शैतानी हरकतें कर रहे हैं. अब वो हर उस ताकत के साथ हैं, जो भारत को कमजोर देखना चाहती है, जो भारत को झुका हुआ देखना चाहती है.
भारत विरोधी से राहुल करते हैं मुलाकात
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत गर्व से, विकास और सांस्कृतिक स्वाभिमान के साथ ऊपर उठ रहा है. दूसरी तरफ वह लोग हैं, जो विदेश में जाकर भारत को अपमानित कर रहे हैं. भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से राहुल गांधी की मुलाकात की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह अपने आप में बहुत गंभीर और पूरे देश के लिए विचारणीय है. राहुल गांधी भारत के इतिहास के पहले ऐसे विपक्ष के नेता बन गये हैं, जिन्होंने किसी घोषित भारत विरोधी अमेरिकी सांसद के साथ मुलाकात करके अपने मधुर मनोभावों की अभिव्यक्ति की है.
भारत विरोधी मित्रों की श्रृंखला में एक और उपलब्धि शामिल
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी ने कभी भारत समर्थक किसी अमेरिकी सांसद से मुलाकात की है. अमेरिकी सांसद इल्हान उमर भारत विरोध के लिए विख्यात और कुख्यात हैं. ये उन कुछ चुनिंदा अमेरिकी सांसदों में एक थीं, जिन्हें पाकिस्तान सरकार की तरफ से पीओके में विजिट करवाया गया था. आज राहुल गांधी के भारत विरोधी मित्रों की श्रृंखला में एक और उपलब्धि उस समय शामिल हो गयी, जब पन्नू ने उनकी तारीफ की. पाकिस्तान से लेकर पन्नू और इल्हान उमर तक राहुल गांधी की तारीफों में जो पुल गढ़े जा रहे हैं, उसमें एक और नया नाम मुस्फिकुल फजल का जुड़ गया है. ये वो पत्रकार हैं, जिन्होंने अमेरिका में व्हाइट हाउस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा था.
विवेकानंद ने विदेश में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ायी और राहुल अपमानित करने में तुले हैं
सुधांशु त्रिवेदी ने 11 सितंबर के इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि आज के ही दिन 1893 में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो की धर्म संसद में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया था. उस समय 29 साल के उस युवा (स्वामी विवेकानंद) सन्यासी ने भारत की प्रतिष्ठा बढ़ायी थी और एक 54 साल का युवा आज वहां जाकर भारत को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आज ही के दिन अमेरिका पर 9/11 का आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद अमेरिका के सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर लादेन को खत्म करने का संकल्प लिया. किसी ने भी सरकार की आलोचना नहीं की. मुख्य अपराधी के पक्ष में किसी ने भी कोई सहानुभूति नहीं दिखाई, जॉर्ज बुश ने लादेन को मारने की बात कही और बराक ओबामा ने उसे पूरा किया. लेकिन भारत में आतंकवाद पर भी राजनीति होती है. भारत में सालों तक अफजल गुरु की फांसी रुकी रही. जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले कांग्रेस के मुख्य सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा था कि अफजल गुरु की फांसी गलत थी. अफजल की पहली बरसी पर जब जेएनयू में नारे लग रहे थे कि अफजल हम शर्मिंदा हैं, तब कांग्रेसी उसका नैतिक समर्थन कर रहे थे. उनके लिए अच्छा और सच्चा मुसलमान मायने नहीं रखता है, बल्कि अपराधी और आतंकी ही मायने रखता है.
वोट बैंक पक्का हो जायेगा तो कांग्रेस वाले खत्म कर देंगे आरक्षण
आरक्षण को लेकर राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह उनकी खानदानी विरासत है. जब उनका मजबूत वाला वोट बैंक पक्का हो जायेगा तब आरक्षण खत्म कर देंगे. जैसे जम्मू-कश्मीर और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुआ था. उन्होंने बांग्लादेश के हालात को लेकर राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कट्टरपंथियों का साथ देने वाले इंडी गठबंधन के राजनीतिक दलों को बांग्लादेश के हालात से सबक सीखना चाहिए. वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला में बने हालात को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश सरकार को अवैध निर्माण पर उंगली उठाने में भी डर लग रहा है. कांग्रेस ने पर्यटन के लिए मशहूर शिमला की क्या हालत कर दी है? हिमाचल प्रदेश को कहां से कहां पहुंचा दिया है?
राहुल भारत के विरोध में विदेशी मंच पर प्रोपेगेंडा तैयार कर रहे : पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी अमेरिका में दिये राहुल गांधी के बयान की आलोचना की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार विदेशी भूमि का सहारा लेकर भारत को बदनाम कर रहे हैं. वह भारत की अस्मिता पर ठेस पहुंचा रहे हैं. उन्हें शायद यह गलतफहमी हो चुकी है कि वह विदेशी भूमि का सहारा लेकर भारत की गरिमा पर कुठाराघात करने में सफल रहेंगे, लेकिन जब तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र की सत्ता में है, तब तक कांग्रेस नेता का यह मंसूबा कभी सफल होने वाला नहीं है. पीयूष गोयल ने राहुल गांधी द्वारा विदेशी भूमि पर भाजपा और आरएसएस को लेकर दिये बयान की निंदा की. वह पहले भी इस तरह के विवादित बयान दे चुके हैं, जो निंदनीय है.
भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने वाले लोगों से मिल रहे राहुल
पीयूष गोयल ने राहुल गांधी की इल्हान उमर से हुई मुलाकात पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इल्हान उमर पाकिस्तान परस्ती के लिए जानी जाती हैं. इल्हान उमर का पाकिस्तान के प्रति हमेशा से ही नरम रुख रहा है. यही नहीं, वह जम्मू-कश्मीर के भारत का हिस्सा होने पर भी सवाल उठा चुकी है, लेकिन हैरानी की बात है कि राहुल गांधी इल्हान उमर जैसे शरारती तत्वों से भी मुलाकात कर रहे हैं. वह भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने वाले लोगों से लगातार मिल रहे हैं. ताज्जुब की बात है कि ऐसे लोगों के साथ राहुल गांधी को लगातार अपनी मित्रता प्रगाढ़ करने में कोई हर्ज नहीं है. मुझे लगता है कि अब यह कहने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए कि राहुल गांधी भारत के विरोध में विदेशी मंच पर एक प्रोपेगेंडा तैयार कर रहे हैं. राहुल गांधी लगातार वैश्विक मंच पर भारत के संबंध में विवादित बयान दे रहे हैं. लेकिन, हैरानी की बात है कि पूरी कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के साथ एकजुट खड़ी है.
राहुल अपनी जातिवादी मानसिकता का विस्तारित करने का कर रहे प्रयास
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी यहां तक कह रहे हैं कि भारत एक खास समुदाय के लोगों के लिए एक सुरक्षित जगह नहीं रह गयी है. यहां लोगों को धार्मिक आजादी नहीं मिल पा रही है. उन्हें धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की इजाजत नहीं मिल पा रही है. इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी वैश्विक मंच से कर रहे हैं. इसकी जितनी निंदा की जाये, कम है. कांग्रेस नेता अमेरिकी दौरे के दौरान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि भारत में बड़ी संख्या में जातिवादी हैं, जो कि अपनी जातिवादी मानसिकता को विस्तारित करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें राष्ट्रहित से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल गांधी लगातार इस तरह के झूठे दावे और वादे भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने के मकसद से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग अलग जम्मू-कश्मीर की मांग कर रहे हैं, उनसे भी राहुल गांधी मुलाकात कर रहे हैं. वह यह दावा कर रहे हैं कि भारत के लोग अच्छे नहीं हैं. भारत में प्रतिभावान लोगों की इज्जत नहीं है, इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी की ओर से किये जा रहे हैं.
क्या सिखों को पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं होनी चाहिए :पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने राहुल गांधी के अमेरिका के वर्जीनिया में सिखों पर दिये गये बयान का समर्थन किया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में बयान दिया कि सिखों को पगड़ी पहनने की स्वतंत्रता बनी रहनी चाहिए, इसके लिए हम लड़ेंगे. क्या देश में सिखों को पगड़ी पहनने की स्वतंत्रता नहीं रहनी चाहिए? यह वही पार्टी है, जिसके नेता और देश के प्रधानमंत्री लोगों को कपड़ों से पहचानने की बात करते हैं. यह वही पार्टी है, जिसके नेता मुसलमानों को पीटने की बात करते हैं. रेलगाड़ी में एक बुजुर्ग मुसलमान को इसी तरह की मानसिकता के लोगों ने पीटा और मार दिया क्योंकि उसकी दाढ़ी थी. हरियाणा में एक नौजवान को इन लोगों ने मार दिया और मारने के बाद बोला कि हमें बड़ा अफसोस हुआ क्योंकि यह व्यक्ति मुसलमान नहीं था. पवन खेड़ा ने आगे कहा कि क्या ऐसी घटनाओं के खिलाफ बोलना गलत है. हम ऐसी घटनाओं के खिलाफ बोलेंगे, क्योंकि संविधान में लिखा है कि हर व्यक्ति की पहचान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और वह हम करेंगे.
सिखों को लेकर राहुल ने दिया था बयान
बता दें कि राहुल गांधी तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं, जहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी है. राहुल ने अमेरिका में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहा कि आरएसएस लोगों के बीच में भाषा और राज्यों की विभिन्न संस्कृति को आधार बनाकर भेदभाव की जड़ों को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है. वइसके अलावा उन्होंने कहा था कि सिख समुदाय के लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं को मानने की इजाजत नहीं है. राहुल गांधी ने अमेरिका के वर्जीनिया में एक कार्यक्रम में कहा था कि सबसे पहले आप लोगों को यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में चल रही है. यह लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. लड़ाई इस बारे में है कि आपका नाम क्या है, क्या एक सिख के तौर पर उन लोगों को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख होने के तौर पर उन्हें भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख गुरुद्वारा जा सकेगा? हमारी लड़ाई इस बारे में है और हम सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि वह सभी धर्मों के लिए लड़ रहे हैं.
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