NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देना शुरू किया. इस पर विपक्ष वॉकआउट कर गया. सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के वॉकआउट की भर्त्सना की और कहा कि इससे देश के 140 करोड़ लोग आहत होंगे. कहा कि आज वे सदन छोड़कर नहीं, मर्यादा छोड़कर गये हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
VIDEO | “They (opposition) are not able to digest the mandate given by 140 crore countrymen. Yesterday, all their attempts failed, so today, they did not have the strength to fight that battle. This is why they have left the field and run away,” says PM Modi in reply to the… pic.twitter.com/y4qpZ1sRDJ
— Press Trust of India (@PTI_News) July 3, 2024
VIDEO | “People have given us the mandate to take India’s economy from the fifth spot to the third spot. I firmly believe that we will definitely take India’s economy in world’s top three. I know there are a few scholars here who believe that what is so special in it? It is bound… pic.twitter.com/pEqh61yku3
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खड़गे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कुछ कहने की अनुमति मांगी
प्रधानमंत्री जब चर्चा का जवाब दे रहे थे तो पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कुछ कहने की अनुमति मांगी. आसन की ओर से यह अनुमति नहीं दिये जाने पर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उनकी नारेबाजी के बीच भी जब प्रधानमंत्री ने अपना भाषण जारी रखा तब खड़गे सहित कांग्रेस एवं विपक्ष के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये. विपक्षी सदस्य जब उच्च सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर जा रहे थे तब प्रधानमंत्री ने कहा, देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती. …जिनके हौसले नहीं हैं …उन्होंने जो सवाल उठाये उसके जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है.
पीएमने कहा, विपक्ष उच्च सदन को अपमानित कर रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष उच्च सदन को अपमानित कर रहा है. उन्होंने कहा, देश की जनता ने हर प्रकार से उन्हें इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है. नारेबाजी, हंगामा और भाग जाना… यही उनके नसीब में लिखा है. कहा कि साठ साल बाद देश की जनता ने तीसरी बार किसी सरकार की सत्ता में वापसी कराई है जो असामान्य है. कहा कि हम पर एक-तिहाई सरकार होने का विपक्ष का आरोप सही है, क्योंकि अभी तो हमारी सरकार के 20 साल और होंगे और अब तक तो एक तिहाई ही हुआ है. देश की जनता ने दुष्प्रचार को, भ्रम की राजनीति को परास्त कर दिया और भरोसे की राजनीति पर विजय की मुहर लगाई है.
भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे
देश की जनता ने हमें आदेश दिया है और हम भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे. पीएम ने तंज कसा कि कुछ लोगों को ऑटो पायलट’ पर सरकार चलाने की आदत रही है, लेकिन हम परिश्रम में विश्वास रखते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे जैसे लोग हैं जिन्हें बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान के कारण यहां तक आने का मौका मिला है. संविधान हमारे लिए केवल अनुच्छेदों का संकलन नहीं है, हम उसके एक-एक शब्द और भावनाओं का आदर करते हैं . जब हम संविधान निर्माण के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं तो देश के कोने-कोने में इसका उत्सव मनाने का हमने फैसला किया है.
हम भारत में विकास का नया अध्याय गढ़ना चाहते हैं
यह चुनाव 10 वर्ष की सिद्धियों पर तो मुहर लगाता ही है, भविष्य के संकल्पों के लिए भी देश की जनता ने हमें चुना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत में विकास का नया अध्याय गढ़ना चाहते हैं. एमएसपी समेत किसानों को लाभ पहुंचाने की दिशा में हमने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. पीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में किसानों की कर्जमाफी के बहुत ढोल पीटे गये और उन्हें गुमराह करने का भरसक प्रयास किया गया, उनकी इस योजना का लाभ जरूरतमंद एवं छोटे गरीब किसानों तक पहुंचा ही नहीं. पिछले दस साल में हम किसानों को तीन लाख करोड़ रुपये दे चुके हैं.
नीट-यूजी प्रश्न पत्र लीक मामले में पीएम ने युवाओं को आश्वासन दिया
नीट-यूजी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में विपक्ष पर कोई सकारात्मक सुझाव देने के बजाय केवल राजनीति करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवाओं को आश्वासन दिया. कहा कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी अपेक्षा थी कि चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के सदस्य दलीय अपेक्षाओं से ऊपर उठकर पेपर लीक के विषय पर अपनी राय रखते. लेकिन दुर्भाग्य से इतना संवेदनशील मुद्दा, मेरे देश के नौजवानों के भाग्य से जुड़ा मुद्दा भी, इन्होंने (विपक्षी सदस्यों ने) राजनीति की भेंट चढ़ा दिया. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है. मोदी ने युवाओं को यह आश्वासन दिया कि उन्हें धोखा देने वालों को सरकार नहीं छोड़ेगी.
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