Ranchi : तमाड़ के देवड़ी मंदिर के संचालन के लिए बने ट्रस्ट को रद्द करने की मांग उठने लगी है. देवड़ी ग्राम सभा के बैनर तले बुधवार को 42 आदिवासी संगठनो ने तमाड़ मेला मैदान में बैठक की. बैठक में राज्य भर से आदिवासी समाज के लोग पहुंचे थे. वक्ताओं ने कहा कि मंदिर का ट्रस्ट अवैध तरीके से बनाया गया है. उसे जल्द रद्द किया जाए. कहा कि देवड़ी मंदिर में पूजा-पाठ करने के लिए तमाड़ राज परिवार ने चमरू पांडा को लाया था. चमरू पांडा ने मंदिर को अपनी पुश्तैनी समझ रखा है. मंदिर संचालन के लिए जिला प्रशासन ने वर्ष 2021 में ट्रस्ट बनाया था. ट्रस्ट में बुंडू एसडीओ अध्यक्ष, तमाड़ के सीओ सचिव व सदस्यों में 13 लोग शामिल हैं. वक्ताओं ने ट्रस्ट को विवादास्पद व असंवैधानिक बताया. कहा कि तमाड़ अंचल का देवड़ी गांव पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है. इस क्षेत्र में अनुच्छेद 244 लागू है. इसके बावजूद बिना ग्रामसभा से पारित कराए ट्रस्ट बना दिया गया है. बैठक में निर्णय लिया गया कि ट्रस्ट के विरोध में आदिवासी संगठन 29 सितंबर को जनआक्रोश रैली निकालकर सीएम,आदिवासी विधायक व सांसदों का पुतला दहन करेंगे.
बैठक में लोगों ने सवाल उठाया कि बिना राज्यपाल से सहमति लिए ट्रस्ट कैसे बना दिया गया? कहा कि ट्रस्ट संचालन के लिए 13 सदस्यीय समिति में महज चार सदस्यों का ही हस्ताक्षर है. ट्रस्ट में आदिवासी-मूलवासी को जगह नहीं दी गई है. प्रशासनिक सहयोग से मंदिर में बाहरी लोगों का दबदबा कायम करने के लिए ट्रस्ट बनाया गया है.
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