रांची रेल मंडल के आंकड़े
जनवरी से नवंबर तक रांची रेल मंडल में 99 बच्चे रेस्क्यू हुए. इसमें 23 लड़के 76 लड़कियां हैं. रांची जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा 1 साल के अतंराल में बच्चों से जुड़े करीब 900 मामले दर्ज किए गए हैं. लापता के मामले, बाल तस्करी, घर से भागे हुए बच्चे और बाल हिंसा मामलों में से सबसे ज्यादा “पोस्को एक्ट” (Protection of Children from Sexual Offences Act – POCSO) के मामले थे. इसमें रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा, खूंटी, दुमका, धनबाद और बोकारो जिला ज्यादा संख्या में शामिल हैं. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी राम सेवक का कहना है कि प्रशासन के द्वारा 326 ग्राम बाल संरक्षण समिति और प्रखंड 18 बाल संरक्षण करने का प्रयास किया गया ताकि रांची जिला में बच्चों से जुड़े अधिकार का हनन किया जा सके. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष अरती कुजुर का कहना है कि झारखंड को हमलोग बालश्रम और बाल तस्करी से मुक्त करने के लिए प्रयासरत हैं. ऐसे मामलों के खिलाफ तुरंत कारवाई की जाती है. इसे भी पढ़ें-बेहतर">https://lagatar.in/lalu-prasad-yadav-went-to-delhi-for-better-treatment/20305/">बेहतरइलाज के लिए दिल्ली गए लालू प्रसाद यादव, कार्डियक एम्बुलेंस से ले जाए गए एयरपोर्ट

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