Ranchi: कोयला खनन मुख्यालय ने इस साल की पहली तिमाही की कोयला उत्पादन की जानकारी दी. बताया कि एनटीपीसी कोल माइनिंग ने इस साल की पहली तिमाही में कोयला उत्पादन में बेहतर प्रदर्शन किया है. पकरी-बरवाडीह (झारखंड), दुलंगा (ओडिशा) और तलाईपल्ली (छत्तीसगढ़) की चालू कोयला खदानों से 42.40 लाख मीट्रिक टन कोयला उत्पादन किया है.
एनटीपीसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 42.40 लाख मीट्रिक टन कोयले का यह उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त 26.40 लाख मीट्रिक टन के उत्पादन से 61 प्रतिशत अधिक है. इसके अलावा जून 2022 के महीने के दौरान कोयले का उत्पादन 15.55 लाख मीट्रिक टन था, जो जून 2021 में हासिल 7.73 लाख मीट्रिक टन के कोयला उत्पादन की तुलना में 101 प्रतिशत अधिक है. इस तिमाही में कोयला उत्पादन के साथ-साथ एनटीपीसी ने 106 लाख क्यूबिक मीटर ओवरबर्डन हटाने और एनटीपीसी बिजली संयंत्रों को 41.74 लाख मीट्रिक टन कोयला दिया. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
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कोयला खनन मुख्यालय ने बताया कि एनटीपीसी ने अपनी चट्टी-बरियातू कोयला खदान (झारखंड) में खनन कार्य शुरू कर दिया है. साथ ही 21 मई 2022 को कोयले के स्तर को भी छू लिया है. इस खदान से कोयले की आपूर्ति एनटीपीसी के बाढ़ पावर स्टेशन को की जाएगी. मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पेक्ट के सीईओ वाटर मैंडेट के हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते एनटीपीसी ने तलाईपल्ली टाउनशिप क्षेत्र में वर्षा जल संचयन को लेकर गंभीर है. इसके लिए वर्षा जल संचयन संरचना के डिजाइन और टाउनशिप के आसपास के दो गांवों में पानी की सकारात्मकता के लिए राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रुड़की को नियुक्त किया है.
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