Saurav Singh
Ranchi : झारखंड में सक्रिय माओवादी और उग्रवादी संगठनों में 15 जिलों के इनामी नक्सली एक्टिव हैं. इनमें सबसे अधिक लातेहार के 15 और गिरिडीह के दस इनामी नक्सली शामिल हैं. गौरतलब है कि झारखंड में दो साल में इनामी नक्सलियों की संख्या 170 से घटकर 70 रह गयी है. पुलिस की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों की संख्या और उनकी क्षमता घटती जा रही है. इसका प्रमाण इनामी नक्सलियों की घटती संख्या है. वर्ष 2021 तक झारखंड पुलिस की सूची में 170 इनामी नक्सली थे, जो दो साल आठ महीने में घटकर महज 70 रह गये.
15 जिलों के ये इनामी नक्सली हैं सक्रिय :
लातेहार के रहने वाले 15 इनामी नक्सली : राजू यादव, गुलशन उरांव, विरेंद्र गंझू, जितेंद्र सिंह, अकेला, शिव सिंह, शिवराज, प्रभात, लवलेश गंझू, कुंदन खेरवार, पप्पू शर्मा, मृत्युंजय, रविंद्र गंझू, छोटू खेरवार, मनोहर गंझू.
गिरिडीह के रहने वाले दस इनामी नक्सली : मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी, चमन, रघुनाथ हेंब्रम, अजय महतो, संजय महतो, रामदयाल महतो, साहेबराम मांझी, लक्ष्मण राय, अमोद मोदक.
चाईबासा के रहने वाले छह इनामी नक्सली : साधु चरण, सुलेमान हांसदा, राहुल चंपिया, सागेन अंगरिया, सालुका कायम, सामएल बूढ़.
चतरा के रहने वाले चार इनामी नक्सली : सहेंद्र यादव, करीम, आक्रमण गंझू और ब्रजेश गंझू.
लोहरदगा के रहने वाले दो इनामी नक्सली : फिरोज अंसारी और अनिल तुरी.
बोकारो के रहने वाले तीन इनामी नक्सली : लालचंद्र हेंब्रम, कुंवर मांझी और रणविजय महतो.
धनबाद के रहने वाले दो इनामी नक्सली : प्रयाग मांझी और मोछू.
जमशेदपुर का रहने वाला एक इनामी नक्सली : रामप्रदास मारडी
गुमला के रहने वाले चार इनामी नक्सली : पांचा उरांव, बलराम लोहरा, रंथू उरांव और मार्टिन केरकेट्टा.
गढ़वा के रहने वाले दो इनामी नक्सली : राजू भुइया, पंकज कोरवा
रांची के रहने वाले तीन इनामी नक्सली : कृष्णा यादव, जयंती, गुलशन मुंडा, अमित मुंडा.
हजारीबाग के रहने वाले तीन इनामी नक्सली : सहदेव सोरेन, बिरसेन गंझू, सहदेव महतो.
सरायकेला का रहने वाला एक इनामी नक्सली : बिरेन सिंह.
खूंटी का रहने वाला एक इनामी नक्सली : प्रभात मुंडा.
पलामू के रहने वाले तीन इनामी नक्सली : आरिफ, गोदराय यादव, रविंद्र यादव.