जूनियर-सीनियर डॉक्टर ने सामंजस्य स्थापित कर किया ऑपरेशन
सरिया गाल से होते हुए रॉड जीभ को छेद चुका था. आनन-फानन में परिजन उसे लेकर रिम्स पहुंचे. इमरजेंसी के माइनर ओटी में देखने के बाद जूनियर डॉक्टर ने सीनियर को सूचना दी. गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत ऑपरेशन की तैयारी शुरू की गई. चूंकि बच्चे की उम्री कम थी. जनरल सर्जरी विभाग ने पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग से सामंजस्य स्थापित कर पांच विभाग के डॉक्टरों की टीम बनाकर ओटी में ले गए. डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने प्रतीक के मुंह में फंसे रॉड को बाहर निकाला. रॉड गाल से घुसकर जीभ में छेद करते हुए ब्रेन के स्कल के हड्डी तक पहुंच चुका था. अब बच्चे की स्थिति ठीक है. इसे भी पढ़ें- रिम्स">https://lagatar.in/radiology-department-of-rims-itself-sick-three-out-of-four-x-ray-machines-damaged/">रिम्सका रेडियोलॉजी विभाग खुद बीमार, चार में से तीन एक्सरे मशीन खराब
पांच विभाग के एक्सपर्ट डॉक्टरों ने मिलकर किया ऑपरेशन
ऑपरेशन में सिर्फ जनरल सर्जन ही नहीं बल्कि पांच विभाग की एक्सपर्ट टीम ओटी में मुस्तैद थी. प्रतीक की स्थिति को देखते हुए ऑपरेशन सिर्फ सामान्य सर्जरी के बस में नहीं था. चूंकि गाल व जीभ डैमेज था, दांत से जुड़ा मामला था. ऐसे में तुरंत पांच विभाग को एक्टिव किया गया. जनरल सर्जरी की कॉल पर ओटी में पीडियाट्रिक सर्जन, प्लास्टिक सर्जन, ईएनटी सर्जन, डेंटल सर्जन व एनेस्थिसिया के एक्सपर्ट डॉक्टर ओटी में मुस्तैद रहे.टीम में शामिल रहे ये डॉक्टर
सर्जरी टीम में डॉ. आरएस शर्मा, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. विक्रांत रंजन, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. इंदु शेखर, एनेस्थिसिया से डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव, डेंटल से डॉ. वीके प्रजापति, डॉ. रोहित, ईएनटी से डॉ. जेडएम खान, डॉ. अनस, डॉ नोमान समेत अन्य शामिल थे. इसे भी पढ़ें- हाईकोर्ट">https://lagatar.in/high-courts-female-lawyer-had-to-lose-the-case-getting-threats/">हाईकोर्टकी महिला वकील को केस हारना पड़ा महंगा, मिल रही धमकी [wpse_comments_template]
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