LagatarDesk : कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश त्राहिमाम है. आने वाले दिनों में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है. कई विशेषज्ञों ने भी अनुमान लगाया है कि तीसरी लहर से सबसे अधिक बच्चों पर खतरा हो सकता है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने आंशका जतायी है कि आगे आने वाले समय में और बुरे संकट पैदा हो सकते है. आईएमएफ ने एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट को आईएमएफ के अर्थशास्त्री रुचिर अग्रवाल और मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने लिखी है. रिपोर्ट में लिखा गया है कि भारत की मौजूदा हालात उन देशों के लिए चेतावनी है, जो अभी जो अभी तक कोरोना की चपेट में नहीं आये हैं. आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, इस महामारी से निम्न और मध्य आय वाले उन देशों के लिए खतरे की घंटी है.आने वाले दिनों में विकासशील देश और भी बुरे दौर से गुजर सकते हैं. .
महामारी से बाज्रील के बाद सबसे अधिक भारत को नुकसान
इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि भारत का स्वास्थ्य प्रणाली कोरोना की पहली लहर से निपटने में कुछ हद तक कामयाब था. लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग है. भारत में 2021 के अंत तक केवल 35 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन लगने की उम्मीद है. आईएमएफ ने देश में कोरोना वैक्सिनेशन की मौजूदा स्थिति को देखकर यह अनुमान लगाया है. रुचिर अग्रवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना महामारी से सबसे अधिक ब्राजील को नुकसान हुआ है. इसके बाद दूसरे स्थान पर है, जिसे कोरोना की दूसरी लहर सबसे अधिक प्रभावित कर रही है.
24 घंटे में देश में 3741 कोरोना मरीजों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से 3741 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. वहीं देश में पिछले 24 घंटे में 2,40,842 नये मरीज मिले हैं. वहीं शनिवार को 3,55,102 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए हैं. देश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 2,65,30,132 हो गया है. वहीं अब तक 2,34,25,467 मरीजों स्वस्थ हो चुके हैं. कोरोना से मरने वालों की संख्या 2,99,266 पहुंच गयी है. अबतक भारत में 19,50,04,184 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 88 प्रतिशत है .