SriLanka : भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के आम चुनावों में भारी उलटफेर हुआ है. वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके इस चुनाव में धमाकेदार जीत की ओर बढ़ रहे है. वह अब श्रीलंका के नये राष्ट्रपति हो सकते हैं. बता दें कि 21 सितंबर को देश के 10वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाले गये थे. वोटों की गिनती शनिवार शाम 5 बजे के बाद शुरू की गयी. चुनाव में लगभग 1 करोड़ 70 लाख मतदाताओं में से करीब 75 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
अनुरा दिसानायके को राष्ट्रपति चुनाव में 52फीसदी वोट
श्रीलंका के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके को राष्ट्रपति पद के चुनाव में 52फीसदी वोट लेकर जीत के करीब हैं. निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे महज 16प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर हैं, साजिश प्रेमदासा 22फीसजी वोट लेकर दूसरे स्थान पर हैं. यानी वह एक बार फिर मुख्य विपक्षी नेता की भूमिका में होंगे. डेली मिरर के अनुसार, यदि उनकी बढ़त बरकरार रहती है तो चुनाव आयोग द्वारा औपचारिक घोषणा के बाद रविवार को दिसानायके को श्रीलंका के 9वें कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाये जाने की उम्मीद है, सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री तिरान एलेस के अनुसार, चल रही मतगणना के मद्देनजर श्रीलंका ने रविवार दोपहर तक कर्फ्यू बढ़ा दिया है. पहले कर्फ्यू शनिवार रात 10 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक लगाया गया था.
गोटबाया राजपक्षे की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ
2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में हुए पहले चुनाव में दिसानायके नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे. उनके सहयोगी पार्टी मार्क्सवादी-झुकाव वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना थी. याद करें कि 2022 में गोटबाया राजपक्षे की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ, जिसमें प्रदर्शनकारी कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन में घुस गये थे. गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था. उसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने देश की बागडोर संभाली थी. इस चुनाव में उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा.