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के गढ़ में ममता की हुंकार, नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी CM
रैली को नाकाम करने की हुई कोशिश
सुभेंदू ने कहा कि परमिशन के बावजूद इसके रैली में पत्थरबाजी कर उसे नाकाम करने की कोशिश की गई. मगर विरोधियों की यह रणनीति काम नहीं आएगी, क्योंकि पश्चिम बंगाल की जनता भाजपा के साथ और टीएमसी के खिलाफ है. आज पश्चिम बंगाल का आम-अवाम प्रदेश में बदलाव चाहता है. गौरतलब है कि सोमवार को ही सुवेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम में मुख्य मंत्री ममता बनर्जी एक रैली करने पहुंची थी. वहां उन्होंने इस बात का ऐलान किया था कि वह इस बार नंदीग्राम से भी चुनाव लड़ेंगी.इसे भी पढ़ें- पश्चिम">https://lagatar.in/west-bengal-left-front-and-congress-refuse-to-support-tmc-in-fight-against-bjp/17745/">पश्चिम
बंगाल : वाम मोर्चा और कांग्रेस का भाजपा के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी का साथ देने से इनकार
जंग का मैदान क्यों बना नंदीग्राम
गौरतलब है कि 2009 के विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी ने पहली बार नंदीग्राम में अपना खाता खोला था. इस चुनाव में टीएमसी की फिरोजा बीबी विजयी हुई थी. शुभेंदु अधिकारी 2016 में नंदीग्राम से विधायक बने और ममता सरकार में मंत्री बनाए गए. टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी को 2007 में हुए नंदीग्राम आंदोलन का सूत्रधार माना जाता है.

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