Garhwa: जिले के रंका, रमकंडा, चिनियां आदि प्रखंडों में लगातार हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है. इससे ग्रामीणों को जान माल के नुकसान सहित काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पर्यटन मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया. इसे लेकर मंत्री ठाकुर ने अपने आवास पर वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मंत्री ने मानव-हाथी संघर्ष की घटनाएं, आज तक विभाग द्वारा की गई कार्रवाई, भविष्य की कार्रवाई और संभावित समाधान, ग्रामीणों को मुआवजा की स्थिति की जानकारी लिया. मौके पर मंत्री ने वन विभाग के पदाधिकारियों को क्षेत्र में हाथियों के बढ़ रहे उत्पात की समस्या से निजात दिलाने का निर्देश दिया. साथ ही पीड़ित ग्रामीणों को यथाशीघ्र मुआवजा देने, हाथी-मानव संघर्ष को रोकने की दिशा में अधिकारियों को विशेष कदम उठाने का निर्देश दिया.
जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैः एबिन अब्राहम
गढ़वा दक्षिणी वन प्रमंडल के डीएफओ एबिन बेनी अब्राहम ने बताया कि इस मामले में विभाग समुचित कार्रवाई कर रही है. हाथी प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों के बीच वन प्रबंधन समिति के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. हाथी के हमले के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है. साथ ही विभाग की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों को मिर्च जलाकर हाथी को दूर रखने का प्रशिक्षण दिया गया है. ग्रामीणों के बीच मिर्चा एवं मशाल जलाने के लिए तेल, टार्च आदि का वितरण किया गया है. अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में हाथी भगाने के लिए पश्चिम बंगाल से विशेषज्ञ दल को बुलाया गया है. यह टीम काम कर रही है. मुआवजा की लंबित मामले को निपटाने के लिए विभाग कुछ ग्रामीणों को चिन्हित कर फार्म भरने आदि कार्यों का प्रशिक्षण दे रही है. ताकि नुकसान का मुआवजा यथाशीघ्र दिया जा सके. डीएफओ ने बताया कि इसके अतिरिक्त भी यदि प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने या अन्य किसी प्रकार की सहयोग की आवश्यकता होगी तो विभाग वह भी उपलब्ध करायेगी. मौके पर वन विभाग के कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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