Bermo : गोमिया पुलिस एक शातिर ठग को पटना से गिरफ्तार कर लाई है. उसकी पहचान अगेद्र मंडल के रूप में हुई है, जिसने प्रिया कांप्लेक्स, विकास, रांची के पास डायरेक्ट मार्केटिंग के नाम पर कार्यालय खोल रखा था. शनिवार को गोमिया पुलिस ने उसे तेनुघाट जेल भेज दिया है.
पहले करता था दोस्ती, फिर बुनता था जाल
यह ठग अमीर आदमी बनने का सपना बेचने की दुकान खोलकर रखा हुआ था. कोई न कोई इसके बुने जाल में फंस ही जाता था. ऐसी ही एक घटना हुई गोमिया के गंझूडीह निवासी कुलदीप प्रजापति के साथ. कुलदीप को अगेन्द्र मंडल से अपने एक साथी के माध्यम से जान-पहचान हुई. बाद में यह जान-पहचान दोनों में दोस्ती में तब्दील हो गई.
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चारपहिया गाड़ी लेकर हुआ फरार
थाना में कुलदीप ने जो लिखित शिकायत की है, उसमें कहा गया है कि अगेन्द्र मंडल ने कुलदीप से एक बार चारपहिया गाड़ी मांगी और उसे वापस कर दिया. इस प्रकार वह उसके ऊपर अपना विश्वास बनाने में सफल रहा. सितबंर माह में उसने अपनी भतीजी की शादी के नाम पर कुलदीप से फिर गाड़ी मांगी. इस बार उसे गाड़ी में स्विफ्ट डिजायर मिला. गाड़ी मिलने के बाद उसने इस बार कुलदीप को वापस नहीं किया, बल्कि उसे हमेशा के लिए लेकर रफू-चक्कर हो गया. कुलदीप ने जब उससे फोन पर बात करने की कोशिश की, तो उसका मोबाईल नंबर स्वीच ऑफ बताने लगा. उसे अंदेशा हुआ कि मामले में कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है.
मोबाइल लोकेशन से पता चला ठिकाना
कुलदीप ने अपनी आपबीती लिखते हुए 17 सितबंर 2019 को गोमिया थाना में उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया. गोमिया पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उसके हर जान-पहचान वाले से संपर्क कर उसकी तलाश जारी रखा. दो दिन पहले अगेन्द्र मंडल के मोबाईल का लोकेशन बिहार के पटना स्थित पत्रकार नगर थाना संजय गांधी नगर में मिला. वहां की पुलिस की मदद से उसकी गिरफ्तारी की गई और शनिवार को उसे तेनुघाट जेल भेज दिया गया. पुलिस को अंदेशा है कि अगेन्द्र के ठगी के शिकार हुए लोग धीरे-धीरे सामने आ सकते हैं. इसके साथ ही उसकी ठगी के कई और रहस्यों का खुलासा होगा.
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