Medininagar: पांकी थाना पुलिस ने 24-25 जुलाई की रात भाई ने की भाई की हत्या मामले का खुलासा कर दिया है. इस मामले में षड़यंत्रकर्ता मृतक अजय की पत्नी अमृता देवी ही निकली. जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अजय के हत्या की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने अमृता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है. इस संबंध में पार्टी थाना प्रभारी उत्तम कुमार ने बताया कि पांकी थाना अन्तर्गत बिजली ऑफिस के सामने एक घर में हत्या की घटना के सत्यापन के क्रम में यह बात प्रकाश में आया था कि दो अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा अजय राम की चाकू मारकर हत्या कर दी गई है. मृतक की पत्नी अमृता के फर्द बयान के आधार पर केस दर्ज कर उक्त घटना के त्वरित अनुसंधान के लिए एक टीम का गठन किया गया था. पांकी पुलिस निरीक्षक पूनम टोप्पो के नेतृत्व कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आई कि मृतक अजय की पत्नी अमृता के द्वारा अपने प्रेमी के साथ षड्यंत्र के तहत अजय की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था.
अमृता देवी ने भी अपने बयान में यह स्वीकार किया है कि पति के घरेलू प्रताड़ना से तंग आकर करीब दो वर्ष पहले रंजीत नामक लड़के से प्रेम हो गया था. रंजीत बिहार के पटना जिले का रहने वाला है. वह पांकी स्थित लालू मैदान में मेला लगाने आया करता था. अमृता का घर लालू मैदान से लगा हुआ है और पीछे का रास्ता लालू मैदान में ही निकलता है. इसी कारण पानी लेने के बहाने उसका अमृता के घर आना-जाना होने लगा और दोनो का प्रेम-प्रसंग हुआ. इसी बीच अजय को इसकी भनक लगने पर अपनी पत्नी को और प्रताड़ित किया जाने लगा. इसके बाद अमृता अपने बच्चों को साथ लेकर रंजीत के साथ भागने का प्लान किया किन्तु उसके पति के द्वारा किसी जमीन को बेचा जाना था, जिसमें एक मोटी रकम मिलने वाली थी. मृतक को इसकी भनक थी कि जमीन बेचने पर मिलने वाली मोटी रकम को लेकर उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग सकती है. इसलिए अजय जमीन बेचने में आना-कानी करने लगा. इसी बीच अजय ने अपनी पत्नी अमृता देवी को प्रेमी रंजीत सिंह के साथ घर में देख लिया तो उसने अपनी पत्नी के साथ काफी मारपीट की. इसके बाद रंजीत अमृता को फोन कर बोला कि अब तुम्हारे पति को मारना जरुरी है. इस पर अमृता ने भी सहमति जताई.
इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से 24-25 जुलाई की रात्रि रंजीत लालू मैदान के पीछे साइड वाले दरवाजे से अजय के घर में घुसा तथा सोये हुए पाकर चाकू से गर्दन पर 5-6 बार वार किया. इस दौरान अपने बचाव में अजय ने रंजीत की ऊंगली को अपने दांत में फंसा लिया जिसे अमृता देवी ने खीच कर निकाला तो अमृता के हाथ की ऊंगली को अपने दांत में दबा लिया. फिर अमृता ने ही अपने पति के लगातार हल्ला-गुल्ला करने पर तकिया से मुंह दबाया और रंजीत ने चाकू से वार किया. जिसमें अजय की मृत्यू हो गई. इस घटना के बाद बचने के लिए अमृता द्वारा ही अपने पति की हत्या के विरुद्ध फर्द बयान देकर केस भी दर्ज करवाया था. अमृता की शादी अजय से करीब 16 वर्ष पूर्व हुई थी. उसके चार बच्चे हैं. जबकि रंजीत की उम्र करीब 25 वर्ष है. उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपी रंजीत की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी कर रही है.
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