Medininagar: चुनाव में हर जगह लोगों के कुछ मुद्दे होते हैं. मतदाता उन्हीं मुद्दों पर अपना मत देती है. इसी तरह से पांकी में बड़ा मुद्दा सालों से अधूरा पड़ा अमानत बराज है. इसे लेकर आम जनता से लेकर हर क्षेत्र के लोग गंभीर हैं. इसमें पांकी मध्य जिला पार्षद खुशबू कुमारी भी हैं. खुशबू ने इस पर कहा कि पांकी स्थित अमानत नदी पर बराज निर्माण के लिए शिलान्यास के दो दशक हो चुके हैं. जब यह शिलान्यास हुआ और किसानों से उनकी जमीन ली गई, तब उनके सपने थे कि उनके खेतों में पानी पहुंचेगा. लेकिन दो दशक बाद भी खेतों में पानी नहीं पहुंचा. उनके सपने अधूरे रह गए.
बराज के निर्माण में लगे लोहे के हिस्से अब जंग लग चुके हैं. आज भी जब किसान इस बराज को देखते हैं, उनकी उम्मीदें जाग जाती हैं कि शायद खेतों में पानी पहुंचे, लेकिन कब पहुंचेगा, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है. चुनाव में किसानों और मजदूरों के मुद्दे कभी भी प्रमुख नहीं रहे हैं. जो भी सांसद और विधायक बने हैं, वे जनता के सवालों से दूर रहे हैं. किसानों के मुद्दे सदन में उठे इसके बजाय, सदन के अंदर सांप्रदायिक मुद्दों और अन्य विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जबकि नौजवानों को रोजगार, किसानों को खेतों में पानी और छात्रों को बेहतर शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं की अनदेखी की गई. इसलिए बार के चुनाव में बराज निर्माण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खेतों में पानी पहुंचे.
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