LagatarDesk : फ्यूचर ग्रुप के लिए काम करने वाली महिलाओं के समूह Big Bazaar SOS ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को एक पत्र लिखा. इस पत्र में महिलाओं ने अपनी आजीविका बचाने के लिए पीएम मोदी से मदद का आग्रह किया है. महिलाओं के समूह ने Amazon और फ्यूचर ग्रुप में जारी कानूनी लड़ाई के लिए यह पत्र लिखा है.
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फ्यूचर रिटेल और रिलायंस के बीच हुआ है समझौता
फ्यूचर रिटेल और रिलायंस के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत फ्यूचर रिटेल के स्टोरों को रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा चलाया जायेगा. रिलायंस ने इसके साथ ही फ्यूचर रिटेल के आपूर्तिकर्ताओं और विक्रेताओं के भी सभी बकाये का भुगतान करने की प्रतिबिद्धता जतायी है.
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अमेजन के विरोध से उनको खतरा
प्रधानमंत्री को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भेजे गये इस पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं इस सौदे से हमें अपनी जीविका आगे भी बेहतर ढंग से जारी रहने की उम्मीद थी. लेकिन अमेजन के इस गठबंधन को रोकने के प्रयास के चलते हमारी और हमारे परिवार की रोजी रोटी के समक्ष खतरा पैदा हो रहा है.
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समूह में बहुत सारी महिलाएं हैं जुड़ी
बिग बाजार से जुड़े समूह का दावा है कि उसके साथ दो लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं. इनमें दस हजार के करीब महिलाएं तो सीधे फ्यूचर समूह से जुड़ी हैं. जबकि अन्य दो लाख के करीब महिलाएं अप्रत्यक्ष तौर पर अपनी जीविका समूह के जरिये कमाती हैं. समूह ने कहा है कि उनका रोजगार छिन जाने के बाद उन्हें और उनके पारिवार को गहरा झटका लगेगा. इसके परिणामस्वरूप उन्हें गहरी कठिनाई से गुजरना पड़ सकता है.
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छोटे शहरों में जीविका चला रही महिलाओं पर पड़ेगा बुरा असर
महिला समूह ने कहा है कि यदि फ्यूचर समूह-रिलायंस के बीच समझौते में अमेजन को हस्तक्षेप करने देने की अनुमति दी गयी, तो इसका इन छोटे शहरों में जीविका का भरण पोषण करने वाले महिला समूहों पर बुरा असर होगा. देश के छह हजार के करीब छोटे कारोबारियों और आपूर्तिकर्ताओं का फ्यूचर समूह पर छह हजार करोड़ रुपये का बकाया है.
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