Faisal Anurag
Lagatar Desk: महाभियोग से बरी होते ही डोनाल्ड ट्रंप ने वापसी करने का एलान कर दिया है. ट्रंप ने 2020 के चुनावों में हार नहीं मानी ओर नही बाइडेन की सत्ता को मन से स्वीकार किया है. ट्रंप को मालूम है कि अमेरिका में उनके समर्थक पूरी तरह साथ हैं और रिपब्लिक सांसद बातें चाहे जो भी करे पार्टी में उनको चुनौती नहीं दी जा सकती है. ट्रंप के खिलाफ दूसरे महाभियोग की बहसों में तो रिपब्लिकन पार्टी के कई सदस्यों ने ट्रंप के लोकतंत्र विरोधी गतिविधियों की चर्चा की लेकिन वोट देने के समय वे ट्रंप के बचाव में ही रहे.
माना जा सकता है कि रिपब्लिकन पार्टी पर ट्रंप का पूरा वर्चस्व है ओर 2024 के चुनावों में राष्ट्रपति उम्मीदवारी के लिए किसी रिपल्किन सदस्य की बड़ी चुनौती नहीं है. लोकतंत्र के मान्य अमेरिकी परंपराओं की अवमानना के बावजूद के विरोध का साहस यदि रिपब्लिकन सदस्यों के पास नहीं है तो इसका एक बडा कारण यह है कि अपने चार साल के कार्यकाल में रिपब्लिकन परंपराओं को ट्रंप ने बदल सा दिया है.
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मिच कैकनानेनेल जैसे सांसद ने तो ट्रंप की खुल कर आलोचना की, लेकिन वोटिंग के समय उन्हें कहना पड़ा की उनके पास करने को ज्यादा कुछ नहीं है. उनके हाथ बंधे हुए हैं. इस बीच ट्रंप ने कहा है कि अब फिर उनकी राजनीति शुरू हो गयी है. डेमोक्रेटिक पार्टी को रिपब्लिकन सांसदों के रूख से निराशा हुई है. क्यांकि अमेरिकी लोकतंत्र पर कैपिटल हिल हमले के बाद जो खतरा पैदा हुआ था, वह टला नहीं हैं. अगले तीन सालों में बाइडेन हैरिस को अमेरिकी वोटरों को असंतुष्ट ही नहीं होने देना होगा बल्कि वोटों की संख्या में बढ़ोतरी भी करनी होगी, ताकि स्विंग स्टेट ट्रंप के महान अमेरिका के नारे के शिकार ना हो जाएं.
पाकिस्तान के सिनेट चुनावों में वोट की खरीद-फरोख्त का खतरा
पाकिस्तान की राजनीति में एक अध्यादेश को ले कर तूफान है. इमरान सरकार के इस अध्यादेश के अनुसार सिनेट के लिए होने वाले चुनाव में ओपन वोट के नियम बनाए गए है. अब तक अमेरिकी सिनेट चुनाव गोपनीय वोट के आधार पर होते रहे हैं. तमाम विपक्षी दलों ने इमरान सरकार के इस अध्यादेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने पिछले चुनावों का हवाला दे कर कहा है कि सिनेट चुनावों में अब एसेंबली के सदस्य अपने वोटों का सौदा करने से डरेंगे.
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इमरान खान की पार्टी ने कहा है कि पिछले चुनावों में उनके 20 सदस्यों के वोट खरीदे गए थे. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है सिनेट चुनावों में 50 करोड़ का रेट लगा हुआ है. दक्षिण एशिया के देशों में दलबदल और वोटों की खरीद-फरोख्त सामान्य घटना का हिस्सा है. चुनाव सुधारों से बचने के लिए राजनीतिक दलों का इरादा एक जैसा है.
म्यांमार की सड़कों पर टैंक
म्यांमार में आंग सान सू ची को सत्ता से बेदखल कर तख्तापलट की प्रक्रिया में सेना के टैंक एक बार फिर सड़कों पर हैं. इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. म्यांमार की सेना स्वतंत्र लोकतंत्र के खिलाफ रही है. लोकतंत्र की बात तो सेना करती है. लेकिन वह चाहती है कि लोकतंत्र पर सैन्य पहरा बना रहे. अमेरिका सहित पश्चिम के अनेक देशों ने म्यांमार के तख्तापलट के खिलाफ कड़ा रूख अपनाया है.
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अमेरिका ने तो प्रतिबंधों का भी एलान कर दिया है. बावजूद इसके म्यांमार पर इसका कोइ्र असर नहीं दिख रहा है. बडे लोकतांत्रिक देशों में भारत ने इस तख्ता पलट पर पश्चिम ओर अमरीका से अलग रूख अपनाया हे. उसके बयानों में एक तरह संतुलन है. म्यांमार के सैनिक शासकों पर चीन के प्रभाव की बात भी की जा रही है. तख्तापलट के खिलाफ म्यांमार के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. बीबीसी की खबर के अनुसार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सैनिकों ने गोली का भी इस्तेमाल किया है.
इस बार देखा जा रहा है. लोकतंत्र को लेकर लोगों का आक्रोश बढ़ा तब सैन्य तख्तापलट के खिलाफ सड़कों पर उतरे. हालांकि प्रदर्शन की खबरें बाहरी दुनिया तक नहीं जाए इसके लिए सैनिक शासक सक्रिय हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ के एक अधिकारी ने लोगों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को आवाम के खिलाफ जंग बताया है.
वैक्सीन विवाद के कारण पेरू के विदेश मंत्री का इस्तीफा
वैक्सीन लेने के कारण पेरू के विदेशमंत्री को इस्तीफा देना पडा है. इससे लैटिन अमेरिका के देश पेरू की में बडा राजनैतिक विवाद पैदा हो गया है. पेरू के विदेश मंत्री एलिजाबेश एस्टेअे का इस्तीफा राष्ट्रपति फैंसिंस्कों सगास्ती ने स्वीकार कर लिया है. विवाद तब पैदा हुआ जब विदेश मंत्री ने तय मानदंड से पहले ही वैक्सीन ले लिया. विदेश मंत्री के इस कदम को आम नागरिकों से विश्वासघात बताया जा रहा है, और कहा जा रहा है कि मंत्री ने अपने विशेषाधिकार का निजी लाभ उठाया है.
राष्ट्रपति ने एक अमेरिकी टेलिविजन को बताया कि इस घटना से लोगों के आक्रोश को देखते हुए मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है. पेरू में चीन निर्मित सिनोफार्म का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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