Ranchi : 10 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली महाराजा प्रमाणिक झारखंड पुलिस को चुनौती दे रहा है. पिछले दो साल में कोल्हान क्षेत्र में एक के बाद एक कई घटनाओं का अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का काम कर रहा है. कोल्हान क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरायकेला खरसावां, घाटशिला और चाईबासा के क्षेत्रों में 10 लाख का इनामी नक्सली महाराजा प्रमाणिक पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है.
मूल रूप से महाराजा प्रमाणिक सरायकेला जिला के ईचागढ़ थाना क्षेत्र के दारूदा गांव का रहने वाला है. पुलिस महाराजा प्रमाणिक और उसके दस्ते को मार गिराने के लिए जंगलों में लगातार अभियान चला रही है. लेकिन हर बार हुए मुठभेड़ में महाराजा प्रमाणिक बचकर निकलने में सफल हो रहा है.
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ट्राई जंक्शन नक्सलियों का दूसरा सबसे सेफ इलाका
ट्राई जंक्शन में सरायकेला जिले के कुचाई व दलभंगा, खूंटी के अड़की और रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र से सटे इलाके आते हैं. इसी इलाके में रायसिंदरी और जंब्रो पहाड़ी भी है. इन इलाकों में महाराजा प्रमाणिक और अमित मुंडा का दस्ता अपना ठिकाना बनाये हुए है. चाईबासा के सारंडा जंगल के बाद यह दूसरा सबसे सेफ इलाका नक्सलियों ने बनाया है.
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सुरक्षाबलों पर हमले की प्लानिंग में लगे हैं नक्सली ग्रुप
झारखंड में एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगे सुरक्षाकर्मी अक्सर नक्सलियों के निशाने पर रहते हैं. जानकारी के मुताबिक, नक्सली के छोटे-छोटे ग्रुप ट्राई जंक्शन पर सुरक्षाबलों पर हमले की प्लानिंग में लगे हैं. पिछले कुछ महीनों में लगातार हो रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन में कई नक्सलियों को सुरक्षाबल ढेर कर चुके हैं. ऐसे में नक्सली सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई का बदला लेने की फिराक में लगे हैं.
पुलिस की कार्रवाई से नक्सली परेशान
पुलिस और CRPF की संयुक्त कार्रवाई से परेशान नक्सली दरअसल, हाल महीने में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई से नक्सली परेशान हो गये हैं. साल 2019 में नक्सलियों ने राज्य में कई जगहों पर छोटी और बड़ी नक्सल घटनाओं को अंजाम दिया था. लेकिन साल 2020 में सुरक्षाबलों की चौकसी से नक्सली सफल नहीं हो सके. कई बड़े नक्सली पकड़े गये हैं और कई ने सरेंडर कर दिया. इससे भी संगठन को झटका लगा है.
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हाल के महीनों में महाराजा प्रमाणिक के दस्ते ने इन घटनाओं को दिया अंजाम था.
25 मार्च 2019: राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में कई जगहों पर माओवादियों के नाम से पोस्टर चिपकाए गए थे.
3 अप्रैल 2019: बुंडू थाना क्षेत्र के ब्लॉक रोड व काली मंदिर चौक सहित अन्य स्थानों पर की गयी है. इस मामले में भी महाराजा प्रमाणिक के द्वारा पोस्टर बाजी करवाने की बात सामने आई थी.
12 अप्रैल 2019: पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कुइडा गांव में आईईडी विस्फोट कर वन विभाग के तीन भवनों को ध्वस्त कर दिया था.
2 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना क्षेत्र में देर रात बीजेपी का चुनावी दफ्तर को उड़ाया गया था.
20 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना के हुरंगदा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गए थे. इस घटना को भी महाराजा प्रमाणिक के दस्ते ने अंजाम दिया गया था.
14 जून 2019: सरायकेला जिले के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकडू हाट बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या करने में महाराजा प्रमाणिक भी था शामिल.
28 नवंबर 2019:सरायकेला के कुचाई में पुलिस और महाराजा प्रमाणिक के दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें एक ग्रामीण को गोली लगी थी.
23 मई 2020: महाराजा प्रमाणिक के दस्ते के द्वारा सराइकेला के रायजामा गांव के मंगल सिंह सरदार और उसकी पत्नी की हत्या कर दी गयी थी.
7 फरवरी 2021: चाईबासा , सरायकेला खरसावां और खूंटी जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई इसमें एक जवान को गोली लगी. बताया जा रहा है महाराजा प्रमाणिक के दस्ते से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी.
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