Manoharpur / Anandpur : आनंदपुर की 12 साल की किशोरी को पहले उसके भाई ने राजस्थान में शादी कराने के बहाने 17 जुलाई को एक महिला को सौंप दिया. मानव तस्करी में संलिप्त उस महिला ने राजस्थान में किसी वृ़़द्ध को बेच दिया. उस वृ़द्ध ने तीन दिन तक उसका यौन शोषण किया. जिसके बाद महिला संगठन और पुलिस के दबाव के बाद महिला उसे वापस 2 अगस्त को मनोहरपुर स्टेशन पर छोड़ गई. किशोरी के बयान के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आनंदपुर (ज़ीरो किमी) की रहनेवाली महिला दलाल रंजीता महतो को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पीड़िता के भाई सहित राजस्थान के सोना राम और नैना राम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में पुलिस जुट गई है. पुलिस ने पीड़िता के बयान पर आनंदपुर थाना में मानव तस्करी, नाबालिग से यौन शोषण, पोक्सो एक्ट सम्बंधित धाराओं से मामला दर्ज किया है.
भाई ने ही महिला दलाल के हवाले कर दिया
आनंदपुर थानाक्षेत्र की किशोरी (12 वर्ष) को शादी का झांसा देकर विगत 17 जुलाई को रंजीता महतो राजस्थान ले गई थी. इसकी जानकारी महिला ग्राम संगठन की सदस्यों को होने के बाद किशोरी की वापसी के लिए आनंदपुर थाना व चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर से संपर्क किया गया. किशोरी की वापसी के लिए दबाब बनने पर रंजीता ने 2 अगस्त पीड़िता को मनोहरपुर रेलवे स्टेशन तक पहुंचाकर भाग गई. घर वापस आने के बाद किशोरी ने महिला ग्राम संगठन को अपने साथ हुए शोषण से अवगत कराया. पीड़िता ने बताया कि उसके भाई ने उसे शादी करने की बात कहकर रंजीता के हवाले किया था. रंजीता ने उसे राजस्थान के किसी गांव में एक बूढ़े आदमी के पास बेच दिया. उस आदमी ने किशोरी के साथ तीन दिन तक यौन शोषण किया.
महिला संगठन के प्रयास से घर लौटी किशोरी
किशोरी के जाने के बाद महिला ग्राम संगठन के सदस्यों को इसकी जानकारी मिली. जेएसएलपीएस द्वारा महिला आत्मनिर्भरता के लिए गठित महिला समूहों को मिलाकर ग्राम संगठन बनाया गया है. समूह के सदस्य अंध विश्वास, बाल विवाह, खेती, स्वास्थ्य, पलायन आदि को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक करती हैं. किशोरी की शादी की जानकारी होने पर महिलाओं ने 23 जुलाई को पहली बार बैठक की और रंजीता से फोन पर संपर्क किया. रंजीता ने बताया कि किशोरी की शादी हो गई है. शादी में हुए खर्च और आने-जाने का खर्च दो तो किशोरी को पहुंचा दिया जाएगा. इसके बाद महिला समूह ने थाने में संपर्क किया. किशोरी के आने में देर होता देख चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क कर 27 जुलाई को दूसरी बार महिलाओं ने बैठक की. किशोरी के आने के बाद महिलाओं ने 4 अगस्त को तीसरी बार बैठक कर पुलिस को पूरे मामले के बारे में जानकारी दी. 5 अगस्त को संगठन के सदस्यों की मौजूदगी में पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया.