Ranchi: जमीन की खरीद-बिक्री करने वाले लोग परेशान हैं. बिना अंचल कार्यालाय का चक्कर काटे म्यूटेशन नहीं किया जा रहा है. रांची जिले के 22 सर्किल में कुल 8127 आवेदन पेंडिंग पड़े हैं. अधिकांश मामले सीओ लेवल पर पेंडिग बताये जा रहे हैं. इन आवेदनों में 36 मामले 30 दिन से अधिक समय से अधर में लटके हुए हैं. जबकि 23 मामले 90 दिन से भी अधिक समय से पेंड़िंग पड़े हैं. जिला में सबसे अधिक म्यूटेशन आवेदन कांके सर्किल में 1552, नामकुम सर्किल में 1501, नगड़ी सर्किल में 936, रातू सर्किल में 893 लंबित हैं.
2014-15 से राज्य में ऑनलाइन म्यूटेशन सिस्टम लागू
राज्य के कुछ अंचलों में ऑनलाइन म्यूटेशन सिस्टम 2014-15 से शुरू किया गया. इसके साथ ही इसे पूरे राज्य में लागू किया गया. प्रयोग के तौर पर झारखंड में सबसे पहले रांची जिले के इटकी अंचल से ऑनलाइन म्यूटेशन की शुरुआत 2013 में की गई. फिलहाल राज्य भर में 39862 लंबित हैं. जिसमें 4722 मामले 30 दिन से अधिक समय से अधर में लटके हुए हैं. जबकि 2548 मामले 90 दिन से भी अधिक समय से पेंड़िंग हैं.
25 दिनों में होना है म्यूटेशन
अंचल ऑफिस में आवेदन जमा होने के 25 दिनों के अंदर जमीन का म्यूटेशन हो जाना चाहिए. लेकिन, यह नहीं हो रहा है. सबसे पहले म्यूटेशन से संबंधित आवेदन अंचल ऑफिस में जमा करना होता है. अंचल की ओर से डाटा एंट्री के बाद टोकन जारी किया जाता है. फिर आवेदन संबंधित हल्का कर्मचारी के पास भेजा जाता है. हल्का ऑफिस में जमीन से संबंधित सारे दस्तावेज की जांच होती है. हल्का कर्मचारी की रिपोर्ट सीआई के पास भेजी जाती है. सीआई के थ्रू होते हुए पेपर सीओ के पास आता है. सीओ के हस्ताक्षर के बाद करेक्शन स्लिप जारी किया जाता है. वहीं राज्य के कई अंचलों में इंटरनेट और कंप्यूटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने के कारण म्यूटेशन में दिक्कतें होती हैं.
रांची जिला में किस अंचल में कितने म्यूटेशन के मामले
अंचल कुल मामले 30 दिन से अधिक 90 दिनों से अधिक पेंडिग
अनगड़ा 141 2 0
अरगोडा 462 0 0
इटकी 45 0 0
ओरमांझी 323 1 0
कांके 1552 5 6
खलारी 47 4 0
चान्हो 149 1 1
तमाड़ 63 0 0
नगड़ी 936 11 2
नामकुम 1501 2 1
बड़ागांई 732 2 7
बेड़ो 66 0 1
बुढ़मू 184 1 0
बुंडू 87 0 0
मांडर 142 1 2
रातू 893 1 0
राहे 39 0 0
लापुंग 14 0 0
रांची शहर 261 4 1
सिल्ली 64 0 1
सोनाहातू 16 0 0
हेहल 410 1 1
कुल 8127 36 23