Ranchi : कोरोना काल में सबसे ज्यादा किल्लत अस्पतालों में खून की हो रही है. संक्रमण के डर से ब्लड डोनेट करने से अब तक कतरा रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के ब्लड बैंक में सबसे ज्यादा खून की खपत है. एक दिन में यहां 120 यूनिट से ज्यादा की जरूरत पड़ती है. लेकिन ब्लड डोनेशन नहीं होने के कारण स्टॉक में पर्याप्त खून उपलब्ध नहीं रहता. खून की इस कमी को देखते हुए कुछ सामाजिक संस्थाएं लगातार रक्तदान शिविर लगाकर खून इकट्ठा करने में लगी हैं.
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लोगों ने आगे बढ़कर किया रक्तदान
इसी के तहत शुक्रवार को जीवनदान संस्था और लायंस क्लब ऑफ रांची लाइफ के सहयोग से टाटीसिलवे के ईईएफ मैदान के समीप ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया. यहां 41 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया. इनमें 14 लोग ऐसे थे जो रक्तदान से कतरा रहे थे, लेकिन रक्तदान के बाद संतुष्ट होकर वापस लौटें. उक्त रक्तदान शिविर जीवनदान संस्था के संस्थापक अमन मिश्रा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में था, पिछले सात सालों से लगातार अपने बर्थडे में शिविर का आयोजन कर लोगों से महादान करा रहे हैं.
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सामाजिक संस्थाओं के पहले से दूर हो रही है खून की कमी
रिम्स ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ. सुषमा ने आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कोरोना काल में खून की कमी लगातार बनी हुई है. जरूरतमंदों को समय पर खून उपलब्ध कराने में आज सामाजिक संस्थाओं का काफी योगदान रहा है. जीवनदान संस्था पिछले कई सालों से रिम्स ब्लड बैंक के साथ मिलकर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं.
ये रहे मौजूद
इस मौके पर लायंस क्लब ऑफ रांची लाइफ के सचिव युवराज पासवान, पूर्व प्रेसिडेंट विकास पुष्पराज, लायन आरती गुप्ता, चेयरपर्सन रवि प्रकाश, जीवनदान के सचिव संतोष साहू, रौशन मिश्रा, अनुपम मिश्रा, अजय साहू मौजूद रहे.