Ranchi: यदि ठगी की शिकायत सही समय पर सही जगह की जाए तो आपके पैसे वापस होने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में टोल फ्री नंबर 1930 काफी कारगर साबित हो रहा है. साल 2022 में झारखंड में इस नंबर पर साइबर ठगी से संबंधित 6789 शिकायतें दर्ज हुईं. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 1.84 करोड़ रुपये खातों से जब्त कराये गए. ये वो पैसे हैं, जो साइबर अपराधियों के खाते में गए, लेकिन त्वरित कार्रवाई की वजह से साइबर अपराधी उन पैसों की निकासी नहीं कर पाये. निकासी के पहले ही पुलिस ने खातों को फ्रिज कर पैसे जब्त करा लिए.
इसे भी पढ़ें-झारखंड युवा एथेलेटिक संघ की मैराथन दौड़, उषा, स्नेहलता, अरविंद और बबलू ने मारी बाजी
हेल्पलाइन पर करें शिकायत
साइबर ठगी से बचाने के लिए एक सिस्टम बनाया गया है. इस सिस्टम का इस्तेमाल करना बेहद आसान है. सिस्टम से जाने पर ठगे हुए पैसे के वापस आने की संभावना बढ़ जाती है. हेल्पलाइन नंबर 155260 और 1930 पर शिकायत दर्ज कराया जा सकता है. यदि आप किसी भी तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार होते हैं, तो सबसे पहले उक्त दोनों नंबरों पर किसी में भी अपनी शिकायत दर्ज करा दें. शिकायत दर्ज कराते समय फ्रॉड की पूरी जानकारी, फ्रॉड का सही समय, आपके बैंक का नाम-पता और जिस बैंक या ई-वॉलेट से पैसा ट्रांसफर हुआ है, उसकी पूरी जानकारी देनी होगी.
ऐसे काम कर रहा सिस्टम
हेल्पलाइन नंबर पर जब शिकायत दर्ज होती है, तो ये कॉल साइबर क्राइम सेल के कॉल सेंटर में भी पहुंच जाता है. फ्रॉड के बारे में जानकारी रिकॉर्ड कर ली जाती है. दी गई जानकारी के आधार पर जिस बैंक अकाउंट में पैसा पहुंचता है, साइबर क्राइम सेल द्वारा उस अकाउंट को फ्रीज करा दिया जाता है. अकाउंट फ्रीज होने से फ्रॉड अपने खाते से पैसा नहीं निकाल पाता. यदि आपकी दी गई शिकायत सही होगी, तो आपके अकाउंट से निकला पूरा पैसा आपके बैंक अकाउंट में वापस डाला जाएगा. पैसा वापस डालने की प्रक्रिया उस बैंक की तरफ से होगी, जिसमें आपका पैसा ट्रांसफर हुआ है.
इसे भी पढ़ें-धनबाद विधायक ने मटकुरिया हरिपुर धौड़ा में पुल का किया उद्घाटन