Ranchi : चतरा जिला स्थित आम्रपाली कोल परियोजना के स्टॉक से 8.75 लाख मीट्रिक टन कोयला गायब होने के मामले में ईडी मामला दर्ज करेगी. सीबीआई इस मामले की पहले से ही जांच कर रही है. बता दें कि 26 अगस्त को सीबीआई ने सीसीएल की चतरा स्थित मगध आम्रपाली परियोजना से 83.63 करोड़ रुपए के कोयला घोटाले के आरोपियों के दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की थी. खबर है कि सीबीआई ने छापेमारी में खनन कंपनियों के निदेशकों के यहां से करीब 30 लाख रुपए बरामद किये है. कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे हैं.

सीबीआई ने 26 अगस्त को दर्जन भर ठिकानों पर मारा था छापा
सीबीआई ने 26 अगस्त को देश भर के दर्जनों ठिकानों पर छापेमारी की थी. सीबीआई ने जिन ठिकानों पर छापेमारी की है, उसमें आम्रपाली के परियोजना पदाधिकारी दिलीप कुमार शर्मा के चतरा स्थित आवास और ऑफिस, प्रबंधक शंभू कुमार झा के चतरा स्थित आवास और ऑफिस, सीनियर मैनेजर सर्वेयर उमेश कुमार सिंह के चतरा स्थित आवास और ऑफिस, सीनियर अधिकारी सर्वेयर पंकज कुमार झा के चतरा स्थित आवास और ऑफिस शामिल है.
इसके अलावा मुख्य प्रबंधक खनन निहार रंजन साव के चतरा स्थित आवास और ऑफिस, खनन कंपनी मेसर्स AMPL – MIPL- GCL (JB) के निदेशक विनेश शिवजी ढोलू के गुजरात के गांधीनगर स्थित आवास, निदेशक दीपेंद्र नाथ मुखर्जी के कोलकाता स्थित आवास, गुमला के भरनो और रांची के एनके एरिया और खलारी में कंपनी से जुड़े पदाधिकारियों के ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने छापा मारा था.

सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बीते 17 अगस्त को मामला दर्ज किया था
चतरा जिले के टंडवा थाना क्षेत्र स्थित सीसीएल की आम्रपाली कोल परियोजना के कोयला स्टॉक से 8.75 लाख मीट्रिक टन कोयला गायब होने के मामले में सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बीते 17 अगस्त को मामला दर्ज किया था. आम्रपाली कोल परियोजना से भारी मात्रा में कोयला गायब होने से सीसीएल को 83 करोड़, 63 लाख, 64 हजार, 471 रुपये का घाटा हुआ है. इस मामले में सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए आम्रपाली परियोजना के प्रोजेक्ट अधिकारी, मैनेजर, सीनियर मैनेजर समेत सात नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं.
