SANJAY KUMAR SINGH
कुंभ में भगदड़ मचे करीब 11 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं. .असल में खबर डेढ़ बजे रात की है उसके बाद अपडेट नहीं है. राजस्थान एनडीटीवी की खबर के अनुसार 6 लोग मारे गये हैं 35 अन्य घायल हुए हैं. कुंभ में भगदड़ मचने से जो खबरें आ रही हैं उनके शीर्षक और उनकी सूचना इस प्रकार है.
महाकुंभ 2025: प्रयागराज के कुंभ मेले में भगदड़ कब और कैसे
प्रयागराज में संगम पर बुधवार को रात डेढ़ बजे के क़रीब कुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई. इसमें कई लोगों के मारे जाने की आशंका है और दर्जनों लोग ज़ख़्मी हुए हैं. भगदड़ के कई वीडियो फ़ुटेज में साफ़ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी घायलों को अस्पताल ले जा रहे हैं. (बीबीसी डॉट कॉम)
कुंभ में हादसों का इतिहास, भारी भीड़ से धरे रह गये इंतजाम…
कुंभ मेले में हादसों का इतिहास पुराना है. 1954 में जब आजादी के बाद प्रयागराज में स्वतंत्र भारत का पहला कुंभ आयोजित हुआ तो लाखों लोग उमड़ पड़े. इस दौरान भगदड़ हो गई इसमें 800 लोग कुचलकर मर गये. (आजतक डॉट इन) साल 1986 में कुंभ मेला हरिद्वार में लगा था. इस दौरान हुई भगदड़ में 200 लोगों की मौत हुई थी … (इंडिया डॉट कॉम) 2013 के कुंभ मेले में मौनी अमावस्या स्नान के बाद प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई. प्लेटफॉर्म 6 के फुट ओवरब्रिज पर भारी भीड़ के कारण रेलिंग टूट गई, जिससे 36 लोगों की जान चली गई और कई घायल…. (वन इंडिया डॉट कॉम)
महाकुंभ में भगदड़ से अखिलेश दुखी, जानिए क्या कहा
2025 Prediction: इस वर्ष 4 बड़े ग्रहों के राशि परिवर्तन होने वाले हैं. पहला 29 मार्च को शनि का मीन राशि में परिवर्तन होगा, दूसरा 14 मई को बृहस्पति का मिथुन राशि में परिवर्तन….
सरकारी विज्ञापनों पर पलने वाले ऐसे निर्लज्ज मीडिया का क्या काम?
ये मीडिया वाले गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, मुफ्त राशन न मिलने और विज्ञापन न होने से नहीं मर रहे हैं तो सरकार को चाहिये कि इनका विज्ञापन पूरी तरह बंद करके गला घोंट दे. सरकारी विज्ञापनों पर पलने वाले ऐसे निर्लज्ज मीडिया का क्या काम? ऐसी खबर के बाद दुनिया घायलों, मरने वालों का नाम जानना चाहती है. परिवार का कोई हादसास्थल पर हो तो सबको चिंता होती है और सब जानना चाहते हैं उनका वाला मरने वालों या घायलों में तो नहीं है. इसलिए मैंने ‘कुंभ में मरे’ ‘कुंभ में मरने वालों की सूची’ आदि भी गूगल किया. परिणाम मिला, कुंभ में मौनी अमावस्या पर तीसरी बार भगदड़, जानें आज से पहले …
प्रयागराज कुंभ 1954: कुंभ में सबसे पहली भगदड़ 1954 में मची थी. प्रयागराज के कुंभ मेले में 3 फरवरी 1954 को मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मची थी. इस हादसे में 800 लोगों की मौत हुई थी. PM को देखने के लिए मची थी भगदड़…(न्यूज24ऑनलाइन)
दिन में 11 बजे हैं. ये खबरें पांच घंटा पहले की है. अभी तक घायलों, मरने वालों की सूची नहीं है और बताया जा रहा है कि पहले कब-कब हादसे हुए हैं. भक्ति और सेवा में संपादकों की बुद्धि भी शाकाहारी हो गई लगती है.
डिस्क्लेमरः संजय कुमार सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं और यह टिप्पणी उनके सोशल मीडिया फेसबुक पोस्ट से ली गयी है