Lagatar Desk: कुछ साल पहले एक फिल्म आयी थी ‘नायक’ जिसमें एक पत्रकार से सवालों से आजिज एक मुख्यमंत्री उस पत्रकार को एक दिन का मुख्यमंत्री बना देता है और जनता के सवालों को हल करके एक दिन का वह मुख्यमंत्री कैसे नायक बन जाता है, यह उस फिल्म में दिखाया गया है. लेकिन वह फिल्म थी. मध्यप्रदेश में सोमवार को हकीकत में नायक की कहानी दोहरायी गयी. जाह्नवी जब अपनी शिकायत लेकर कलेक्टर के दफ्तर को चली थी, तो उसे सपने में भी आशा नहीं थी कि उसे एक दिन के लिए उस कुर्सी पर बैठने का मौका मिल जायेगा और वह एक दिन की कलेकटर बन जायेगी.
कलेक्टर की कुर्सी पर बैठकर जब अपनी समस्या बताई और एक दिन के लिए कलेक्टर बन जान्हवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह के पास जब अपनी समस्या लेकर शिवपुरी आईटीआई की छात्रा जान्हवी पहुंची तब कलेक्टर श्री सिंह ने जान्हवी की समस्या सुनी@GwaliorComm pic.twitter.com/YwNRCBFk5J
— Collector Shivpuri (@collectorshivp1) December 14, 2020
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दरअसल मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में रेडिएंट आईटीआई मामले में शिकायत करने कुछ विद्यार्थी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के पास पहुंचे थे. कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं की शिकायत लेकर पहुंची जाह्नवी की बात सुनी और इसके जांच के आदेश दिये. सुनवाई के दौरान ही कलेक्टर ने जाह्नवी को अपनी कुर्सी पर बैठाकर एक दिन के लिए कलेक्टर बना दिया .कलेक्ट्रेट ऑफिस ने ट्वीट करके बताया कि कलेक्टर की कुर्सी पर बैठकर अपनी समस्या बता कर और एक दिन के लिए कलेक्टर बनकर जान्हवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
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