Ranchi : मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने मंगलवार को ऑनलाइन मोड में सूबे में चल रही मनरेगा योजना की समीक्षा की. बैठक में सूबे के उप विकास आयुक्तों और प्रखंड विकास पदाधिकारी से मनरेगा योजना में चल रहे कार्य की जानकारी ली. योजना में चल रहे कार्य की गति देखकर मनरेगा आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी प्रखंड विकास पदाधिकारी को हर हाल में मनरेगा के तहत प्रत्येक गांव में पांच-छह योजनाएं संचालित कर रोजगार सृजन करते हुए पलायन रोकने को लेकर निर्देश दिया. योजना से पलायन करने वाले परिवारों को हर हाल में मनरेगा से जोड़कर पलायन रोकने की बात कही. ऐसा नहीं होने पर जिम्मेवार पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही.
वहीं मनरेगा आयुक्त ने सभी लंबित योजनाओं को एक सप्ताह के अंदर पूर्ण करने का निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में श्रमिकों को ससमय मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया. साथ ही श्रमिकों को एक सौ दिन तक रोजगार मिले, ऐसा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
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मनरेगा से गांव में रोजगार सृजन पर दिशा-निर्देश दिये
बैठक के दौरान मनरेगा से गांव में रोजगार सृजन को लेकर अन्य कई दिशा निर्देश भी दिये गये. मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि मनरेगा के कार्य में थोड़ी सी भी लापरवाही न बरतें. उन्होंने मनरेगा से बन रही योजनाओं का स्थल निरीक्षण करने समेत अन्य कई दिशा-निर्देश दिये.
बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को मनरेगा में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही राज्यभर में रिक्त पदों की जानकारी ली और अविलंब रिक्त पड़े पदों को भरने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि युवाओं को रोजगार प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है, इसके तहत मनरेगा योजना के अंतर्गत उपलब्ध रिक्तियों को अविलंब भरने के लिए कार्रवाई आरंभ करने के लिए उप विकास आयुक्तों को कहा.
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लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना लक्ष्य – राजेश्वरी बी
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास करना हमारा मुख्य उद्देश्य है. जिला और प्रखंड स्तर पर सभी अधिकारियों को निरंतर विकास के कार्यों के लिए प्रयासरत रहने की आवश्यकता है, ताकि इन योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके.