MumbaI : महाराष्ट्र में मॉनसून का मौसम आफत लेकर आया है. राज्य के कई इलाकों में हो रही बरसात के कारण कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं. मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण कोस्ट के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए गुरुवार की रात सेना और नौसेना को उतारा गया है. यह फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया.
मुंबई से चलने वाली कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया
महाराष्ट्र में बिगड़े हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की. प्रधानमंत्री ने स्थानीय स्थिति का जायजा लिया और राज्य को हर संभव मदद की बात कही. महाराष्ट्र में मुंबई और आसपास के जिलों में लगतार जारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति बन गयी है. रायगढ़, रत्नागिरी और कोल्हापुर जिलों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है.
पुणे मंडल में संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में भी एनडीआरएफ की इकाइयों को तैनात किया जा रहा है. मुंबई से चलने वाली कई ट्रेनों को भी निरस्त कर दिया गया है
खबरों के अनुसार रत्नागिरी जिले में जगबुडी नदी का खतरे का स्तर 7 मीटर है लेकिन यह 9 मीटर पर बह रही है. वशिष्ठ नदी 7.8 मीटर पर बह रही है. इसका खतरे का स्तर 7 मीटर है. और कजली नदी खतरे के निशान 1.74 मीटर से ऊपर बह रही है. साथ ही कोडावली, शास्त्री और बावंडी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. रायगड जिले में कुंडलिका नदी खतरे के निशान पर बह रही है और अंबा, सावित्री, पातालगंगा, गढ़ी और उल्हास नदियां भी चेतावनी के स्तर पर बहने लगी हैं.
ठाणे, पालघर समेत आसपास के इलाकों में भयावह हालात
महाराष्ट्र के ठाणे, पालघर समेत आसपास के इलाकों में बारिश के कारण भयावह हालात हैं. पालघर में बारिश के कारण तीन लोगों की मौत होने की खबर है.पालघर-ठाणे में लगातार हुई बरसात से ट्रांसपोर्ट पूरी तरह अस्त-वस्त हो गया है.
महाराष्ट्र के कलई गांव में लैंडस्लाइड होने के कारण कई लोग फंस गये हैं. हर जगह पानी होने के कारण स्थानीय प्रशासन को यहां तक पहुंचने में मुश्किल का सामना करना पड़ा. ऐसे में महाड में फंसे लोगों को निकालने के लिए आर्मी तक की मदद लेनी पड़ी. रायगढ़ में अलग-अलग 4 जगह लैंडस्लाइड होने से कई लोग फंस गये हैं, 15 लोगों को निकाला गया है और 30 अभी भी फंसे हुए हैं.
कोंकण रेल रूट पर 6 हजार लोग फंसे, रेस्क्यू जारी
बारिश के कारण हालात इस कदर बिगड़ गये हैं कि कोकंण रेल रूट पर सर्विस ठप ठोने के कारण करीब 6 हज़ार यात्री फंस गये हैं. रत्नागिरी जिले में बारिश के कारण रेल सर्विस बंद हो गयी थी, इसी वजह से ये यात्री यहां पर ही फंस गये. अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए एजेंसियां जुट गयी हैं. एनडीआरएफ की कई टीमों को यहां पर तैनात किया गया है, जो रेस्क्यू में जुटी हैं. जिन इलाकों में सबसे अधिक बारिश देखने को मिल रही है उनमें चिपलून, कोल्हापुर, सतारा, अकोला, यवतमाल, हिंगोली जैसे जिले हैं. इनके अलावा ठाणे, पालघर में अभी भी तेज़ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
कोस्ट गार्ड बोट से लोगों को रेस्क्यू कर रहे हैं
महाराष्ट्र का चिपलून इलाका लगातार बारिश के बाद ऐसा लग रहा है कि मानो चिपलून बारिश में डूब गया है. यहां का बस अड्डा पूरी तरह पानी में डूब गया, हाल ये है कि बसों की सिर्फ छत दिख रही है. बारिश ने चिपलून में ऐसा तांडव किया है कि लोग अपने घर में भी बस बाढ़ में नहीं बहने की कोशिश कर रहे हैं.
यहां पर लहरें घरों की पहली मंजिल छूने पर अमादा हैं. दूर-दूर तक पानी के सिवा कुछ नजर नहीं आ रहा, इस इलाके में दो एनडीआरएफ की टीम भेजी गयी है, इसके अलावा कोस्ट गार्ड बोट से लोगों को रेस्क्यू कर रहे हैं. बता दें कि चिपलून को दक्षिण कोंकण का बिजनेस हब माना जाता है. रत्नागिरी जिले में आने वाले चिपलून से सटे खेड और मंगोन जैसे इलाके भी बाढ़ से डूबे हैं, करीब 27 गांवों का संपर्क बाहर से टूट गया है.
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