Ranchi: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में जल्द ही अत्याधुनिक तकनीक से लैस कैथलैब की मशीनें मिल जाएंगी. कैथलैब की दो मशीन सिंगल प्लेन और बाई प्लेन मशीन की खरीदारी की जा रही है. इन दोनों मशीन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है. इस मशीन के आ जाने से हर्ट के मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज संभव हो सकेगा. रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया कि यह मशीन अधिकतम तीन महीने में इंस्टॉल कर ली जाएगी.
रिम्स में फिलहाल एक कैथलैब की मशीन है जो करीब 10 साल पुरानी है. यह मशीन अधिकतर समय खराब हो जाती है, ऐसे में कई बार ऑपरेशन टालने तक की नौबत आ जाती है, वहीं इसे बार बार रिपेयर भी करानी पड़ती है. कैथलैब मशीन से हर्ट संबंधित ट्रीटमेंट के दौरान हर्ट की धमनियां और उसके कक्षों की जांच की जाती है.
हाल में ही इंस्टॉल की गयी है इको मशीन
रिम्स में इलाज की व्यवस्था बेहतर करने की दिशा में प्रयासरत है. कई जरुरी मशीनों की खरीदारी की जा रही है. इसके लिए टेंडर भी किया जा रहा है. लगभग एक महीने पहले ही दो एडवांस क्वालिटी के 4डी इको मशीन इंस्टॉल हो चुके है और प्रतिदिन 40 से 60 मरीजों को इसका लाभ प्राइवेट से काफी सस्ती दर में मिल रही है.
इसके अलावा सीटी स्कैन मशीन की खरीदारी प्रक्रिया भी लगभग अंतिम चरण में है. जल्द ही यह मशीन भी रिम्स में इंस्टॉल हो जाएगी. इन मशीनों के लग जाने से मरीजों का बेहतर इलाज हो पाएगा. इसके अलावा रिम्स में इंडोस्कोपी और एमआरआई जांच कराने के लिए भी परेशानी होती है. यह मशीनें भी रिम्स के पास नहीं है.
इसे भी पढ़ें-आज रात खतरे के निशान को पार कर सकती है खरकई, जमशेदपुर के निचले इलाकों में अलर्ट