- स्वर्णरेखा नदी का भी तेजी से बढ़ रहा है जलस्तर
- खतरे के निशान से डेढ़ मीटर नीचे बह रहा है पानी
Jamshedpur : जमशेदपुर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. आज सुबह नौ बजे ओडिशा सरकार ने खरकाई डैम के दो और फाटक खोल दिए हैं. इससे पहले से खतरे के निशान से ऊपर बह रही खरकाई नदी का पानी विकराल रूप ले सकता है. वहीं चांडिल डैम के लबालब भर जाने के कारण आज सुबह 6:30 बजे उसके चार फाटक दो 2 मीटर की खोल दिए गए हैं. इससे स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि स्वर्णरेखा नदी अभी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर नीचे है.
30 जुलाई की रात खरकई व ब्यांगविल
डैम के दो-दो फाटक खोले गए थे
ओडिशा सरकार ने खरकई और ब्यांगविल डैम के दो-दो फाटक 30 जुलाई की रात 8.30 बजे और रात 9 बजे खोले थे. खरकई डैम से रात में 145 क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा था, जबकि बैंकवेल से 93 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था. आज फिर दो फाटक से 145 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो खरकाई नदी के निचले इलाके में रहने वाले लोगों के लिए खतरे की घंटी है. जमशेदपुर के अंचलाधिकारी अमित श्रीवास्तव ने सुबह ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर लोगों को आगाह करने की सूचना दे दी है. साथ ही वहां से माइक से प्रचार कर लोगों को सावधान किया जा रहा है.
दोपहर बाद निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा
सुबह छह बजे ली गई मापी में खरकई नदी खतरे के निशान से 0.300 मीटर ऊपर बह रही है. हालांकि आज अभी तक यहां वर्षा नहीं हुई है, जो राहत देने वाली है। बागबेड़ा के जिला पार्षद किशोर यादव ने बताया कि खरकई नदी खतरे के निशान से ऊपर जरूर बह रही है, लेकिन निचले इलाकों में अभी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि आज खोला गया फाटक का पानी दोपहर बाद नदी के जलस्तर को बढ़ाएगा तभी स्थिति बिगड़ सकती है.
Very good