Sharanpur: निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने के मामले में आरोपी युवक को दबोच लिया गया है. यूपी की सहारनपुर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है. सहारनपुर के एसएसपी एस चेनप्पा ने बताया कि आरोपी विपुल सैनी ने नकुड़ इलाके में अपनी कम्प्यूटर की दुकान से इस हैकिंग को अंजाम दिया. इस मामले में चुनाव आयोग में काम करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी पकड़ा गया है.
पुलिस को ऐसे मिली गड़बड़ी की जानकारी
आयोग को वेबसाइट पर कुछ गड़बड़ी का अंदेशा होने पर जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी. एजेंसियों की जांच के दौरान आरोपी विपुल सैनी शक के दायरे में आया. एजेंसियों ने सहारनपुर पुलिस को सैनी के बारे में जानकारी दी. इसके बाद उसकी गतिविधियों पर निगरानी रखते हुए पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई. पुलिस ने विपुल सैनी के घर पर छापा मारा और गिरफ्तार कर लिया.
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चुनाव आयोग का डेटाबेस अभी सुरक्षित
इस मामले में चुनाव आयोग का आधिकारिक बयान आया है. आयोग के मुताबिक असिस्टेंट इलेक्टोरल रोल ऑफिसर्स नागरिक सेवाओं को मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्पित हैं. ‘कोई भी वोटर ना छूटने पाए’ की थीम के साथ वोटर आईडी की प्रिंटिंग और तय समय के अंदर उनका वितरण किया जा रहा है.
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वेबसाइट हैकिंग के दो आरोपी गिरफ्तार
आयोग का कहना है कि, ‘AERO ऑफिस के एक डाटा एंट्री ऑपरेटर ने गैरकानूनी तरीके से सहारनपुर के नकुड़ में एक अनाधिकृत प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर को अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड शेयर किया था. जानकारी मिली है कि कुछ वोटर आईडी प्रिंट करने के लिए ऐसा किया गया था. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. और निर्वाचन आयोग का डेटाबेस पूरी तरह सुरक्षित है.’
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एमपी के एक शख्स के इशारे पर काम
एसएसपी चेनप्पा ने बताया कि, पूछताछ के दौरान विपुल सैनी ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर ये काम कर रहा था और उसने तीन माह में करीब दस हजार से ज्यादा फर्जी मतदाता पहचान पत्र बना लिए थे. साइबर सेल और सहारनपुर अपराध शाखा के संयुक्त दल ने गुरुवार को विपुल सैनी को गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी ने बताया कि विपुल सैनी के पिता किसान हैं. विपुल सैनी सहारनपुर के एक कॉलेज से बीसीए कर रखा है.
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आरोपी के खाते में मिले 60लाख रुपये
सहारनपुर एसएसपी ने बताया कि जांच में सैनी के बैंक खाते में 60 लाख रुपये पाए गए, जिसके बाद खाते से लेन-देन पर तत्काल रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि सैनी के खाते में इतनी रकम कहां से आई इसकी जांच की जाएगी. पूछताछ में आरोपी विपुल सैनी ने पुलिस को बताया कि एक पहचान पत्र के एवज में उसे 100 से 200 रुपये मिलते हैं. उसके घर से पुलिस ने दो कम्प्यूटर भी जब्त किया है. जांच एजेंसी उसे अदालत में पेश करके उसकी न्यायिक हिरासत की अपील करेगी.
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