Chakulia : चाकुलिया के सुनसुनिया जंगल में शनिवार को वन प्रबंधन एवं संरक्षण महासमिति और जोहार भारत फाउंडेशन की संयोजिका पद्मश्री जमुना टुडू के नेतृत्व में रक्षाबंधन महोत्सव मनाया गया. उपस्थित अतिथियों और महिलाओं ने शंख ध्वनि करते हुए साल वृक्षों की आरती उतारी और वृक्षों पर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा करने का संकल्प लिया. रक्षाबंधन के बाद अतिथियों ने महिलाओं के साथ जंगल में धमसा और मांदर की थाप पर नृत्य किया. इस मौके पर अतिथियों ने उपस्थित लोगों को अपने जन्मदिन पर एक पेड़ लगाने, पेड़ों की रक्षा करने और रक्षाबंधन पर एक पेड़ को राखी बांधने की शपथ दिलाई.
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साल की बनी टोपी पहना और पुष्प वर्षा कर अतिथियों का स्वागत
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जमशेदपुर वन प्रमंडल की वन प्रमंडल पदाधिकारी ममता प्रियदर्शी और विशिष्ट अतिथि चाकुलिया के अंचलाधिकारी जयवंती देवगम थीं. अतिथियों का स्वागत महिलाओं ने गाजे-बाजे के साथ परंपरागत तरीके से माथे पर तिलक लगाकर, पुष्प वृष्टि कर और साल के पत्तों से बनी टोपी पहनाकर की. पद्मश्री जमुना टुडू की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में ममता प्रियदर्शी ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए वनों की रक्षा जरूरी है. पद्मश्री जमुना टुडू के नेतृत्व में महिलाएं वनों की सुरक्षा के लिए बेहतर काम कर रही हैं. वृक्षों पर रक्षा सूत्र बांधकर महिलाएं वृक्षों की रक्षा करने का संदेश दे रही हैं. उन्होंने कहा कि आज सभी को अपने घर के प्रांगण में भी पौधारोपण करने की जरूरत है. वृक्ष बचेंगे तभी हम बचेंगे. अंचलाधिकारी जयवंती देवगम ने भी कहा कि सभी को वृक्षों की रक्षा करने की जरूरत है. जमुना टुडू के नेतृत्व में महिलाएं जंगलों की रक्षा करने की दिशा में बेहतर काम कर रही हैं. जमुना टुडू ने कहा कि जब तक जान है तब तक वनों की सुरक्षा का अभियान चलता रहेगा. इस अभियान को और तेज करने की जरूरत है. महिलाएं इस क्षेत्र में बेहतर काम कर सकती हैं. इस अभियान में वन विभाग सहयोग करे. समारोह को वन क्षेत्र पदाधिकारी दिग्विजय सिंह ने भी संबोधित किया और वनों की रक्षा करने पर बल दिया. इस अवसर पर चाइना महतो, जयंती महतो, उमा महतो, मिनी महतो, तुलसी मुर्मू, संध्या मुंडा, फुलमनी बसके, लक्ष्मी मुंडा, रंजीता मुर्मू समेत सैकड़ों महिलाएं उपस्थित थी.