Bermo: गोमिया के हजारी खुदगड़ा के ग्रामीण ओएनजीसी का विरोध कर रहे हैं. सड़क पर पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़क मरम्मत नहीं करते हैं. इससे आवागमन बाधित होता है. विरोध करने पर झूठे मुकदमे में फंसा देते हैं. ग्रामीण इसे लेकर विरोध कर रहे हैं.
ग्रामीणों के साथ की बैठक
बताया जाता है कि ग्रामीण जब इसका विरोध करते हैं तो ONGC के अधिकारी उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देते हैं. इन्हीं मामलों को लेकर सोमवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय तेनुघाट में एसडीओ अनंत कुमार, एसडीपीओ सतीश चंद्र झा, पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद और ग्रामीणों के बीच बैठक हुई. बैठक में पूर्व विधायक ने पदाधिकारियों को अवगत कराया कि ओएनजीसी ने एक कंपनी के माध्यम से गैरआडीह और अम्बाटोला के बीच पाइपलाइन बिछाया है. कंपनी ने पाइपलाइन बिछाने के बाद पीसीसी सड़क को काटकर छोड़ दिया है. गड्ढों में खेत की मिट्टी को जैसे-तैसे डालकर छोड़ दिया है. बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ हो गया है. ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने उन पर झूठे मुकदमे दर्ज करा दिये.
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रैयतों को मुआवजा नहीं मिला
बताया कि साड़म दलाल टोला के रैयतों का भी यही हाल है. ओएनजीसी जमीन अधिग्रहण किए बिना यहां कार्य शुरू करने पर उतारू है. कई रैयतों को मुआवजा नहीं दिया गया है. इससे रैयतों में आक्रोश है. पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि कंपनी से बात कर सभी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेंगे. आमजन के हितों की पूरी रक्षा की जाएगी. अगर किसी रैयत पर झूठा मुकदमा हुआ है तो इसकी समीक्षा की जाएगी. मौके पर झामुमो नेता अमित पासवान, गणेश प्रसाद यादव, बबलू यादव, छोटे लाल यादव, लखन यादव और साड़म के दलाल टोला और इस्लाम टोला के दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.
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