Patna: नए साल में बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है. प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट के विस्तार का मन बना रहे हैं. सुशासन बाबू कैबिनेट के विस्तार में बीजेपी के कोटे से लगभग 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जबकि जदयू के कोटे से भी 6 मंत्री कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. कैबिनेट विस्तार को लेकर दोनों दलों में मंथन जारी है. हालांकि जदयू का पूरा फोकस प्रदेश कार्यकारिणी की होने वाली बैठक पर है. नीतीश कुमार की कैबिनेट का विस्तार 15 जनवरी के बाद कभी भी हो सकता है. इसको लेकर बीजेपी और जेडीयू में लगातार मंथन जारी है. बताया जा रहा है कि खरमास के कारण बिहार में कैबिनेट का विस्तार रूका हुआ है.
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जदयू की क्या है जिद ?
जेडीयू बिहार सरकार में 50-50 के फॉर्मूले को लागू करने की बात कह रही है. तो बीजेपी आनुपातिक भागीदारी की मांग कर रही है. इस कारण कैबिनेट विस्तार फाइनल नहीं हो पा रहा है. हालांकि दोनों दलों के नेताओं के बीच बैठक लगातार जारी है.
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कैबिनेट के संभावित नाम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीतीश कैबिनेट में जहां जेडीयू कोटे से संजय झा, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, बीमा भारती को मंत्र बनाया जा सकता है. वहीं बीजेपी कोटे से प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, श्रेयसी सिंह कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. आपको बता दें कि बिहार में कुल 36 मंत्री हो सकते हैं, जिसमें इस बार दो पद जेडीयू बीजेपी ने अपने सहयोगी हम पार्टी और वीआईपी पार्टी को दे दिया है. बाकी के बचे 34 सीटों में दोनों दल के बीच सीट बंटवारा किया जाएगा. हालांकि बीजेपी के पास विधायक अधिक है, लिहाजा माना जा रहा है कि बीजेपी को मंत्री पद अधिक मिलेगा.
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