Chaibasa: चाईबासा में बीती रात बन्दगांव घाटी में नक्सलियों के द्वारा शक्तिपुंज बस में अंधाधुंध फायरिंग की गई. रांची से चाईबासा आ रही शक्तिपुंज बस जैसे ही बन्दगांव घाटी पहुंची, पहले से घात लगाए अपराधियों ने बस को रोकने का प्रयास किया. बस के चालक ने जब बस को नहीं रोका, तो फिर नक्सलियों द्वारा बस में अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी गई. हालांकि बस चालक की सूझबूझ से किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ. और बस सुरक्षित चाईबासा पहुंच गई.
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वारदात के बाद पुलिस की कार्रवाई
नक्सलियों द्वार अंजाम दिये गये इस घटना की जानकारी जब पुलिस को लगी तो पुलिस ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. घटना के संदर्भ में चक्रधरपुर के एसडीपीओ नाथू सिंह मीणा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया किया घटना रविवार देर शाम की है. जहां रांची से 5:30 बजे शक्तिपुंज नाम की बस चाईबासा के लिए रवाना हुई थी, जैसे ही बंद गांव घाटी के पास पहुंची. तो नक्सलियों ने बस को देखकर उसमें अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी. गौरतलब है कि पहले भी रांची चाईबासा रूट पर बसों पर नक्सलियों के द्वारा फायरिंग की गई है. बस चालक सीताराम सिंह ने पुलिस को बताया कि जैसे ही वह बंद गांव घाटी पहुंचा तो हथियार से लैस नक्सलियों द्वारा उसे रोकने का प्रयास किया गया. चालक ने जब बस को नहीं रोका तो पीछे से बस में नक्सलियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी गई. बस चालक ने बताया कि उसने करीब 4 बार गोली चलने की आवाज सुनी. घटना में कोई हताहत तो नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है कि आखिर किस मकसद से नक्सलियों ने गोली चलाई.
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भाकपा माओवादी का एक सदस्य गिरफ्तार
चाईबासा की पुलिस और सीआरपीएफ 60 बटालियन ने डेरवा हाट बाजार से एक नक्सली को गिरफ्तार किया है, पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) नक्सली संगठन का सक्रिय सदस्य सुनील बोदरा उर्फ सुशील जो कि गोईलकेरा थाना अन्तर्गत कांड के प्राथमिकी अभियुक्त है, जो डेरवा हाट-बाजार में राशन का कुछ सामान लेने के लिए आया हुआ है, सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कारवाई के लिए चाईबासा जिला पुलिस, सीआरपीएफ 60 बटालियन बी कम्पनी के साथ एक सयुक्त छापेमारी टीम का गठन किया गया और डेरवा हाट-बाजार पहुंचने पर लोगों से पुछताछ के क्रम में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा जिसे साथ गये सशस्त्र बल के सहयोग से दौड़ाकर पकड़ा गया नाम पता पुछन पर उसने अपना नाम सुनील बोदरा उर्फ सुशील पे० स्व0 सेलाय बोदरा सारा कुनैना बताया। उक्त अभियुक्त पर गोईलकेरा थाना अन्तर्गत दिनांक 10 फरवरी 2020 को डेरवा गाँव के दिलबर भेंगरा की हत्या के साजिश में शामिल होने, पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने हेतु आईईडी बम लगाने, नक्सली पोस्टर बैनर लगाने के मामले में गोईलकेरा थाना अन्तर्गत कांड के वांछित प्राथमिकी अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय में भेजा गया.
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