Jamshedpur : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को जमशेदपुर प्रवास के दौरान झामुमो-कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दोनों दल खरीददार और विक्रेता हैं. दोनों मिलकर झारखंड को लूट रहे हैं. यहां की संपदा की लूट हो रही है. हेमंत सोरेन जनता की चिंता छोड़कर अपनी तिजोरी भर रहे हैं. झारखंड में सरकार नाम की चीज नहीं है. जनता त्राहिमाम कर रही है और सरकार, दुर्भावना से ग्रस्त होकर काम कर रही है. यह बातें उन्होंने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जनजातीय सम्मेलन में कही. सम्मेलन का आयोजन बिष्टुपुर स्थित मिलानी हॉल में किया गया था. मरांडी ने कहा कि झारखंड अलग राज्य की लड़ाई आजादी के बाद से ही लड़ी जा रही है, लेकिन इतने वर्षों तक कांग्रेस को झारखंड अलग राज्य देने की सुध नहीं आई. उल्टे कांग्रेस ने यहां के लोगों को खरीदा. चाहे वे जयपाल सिंह मुंडा हों या शिबू सोरेन. भाजपा ने झारखंडियों की भावनाओं को समझा. अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग राज्य दिया. उनके नेतृत्व में पहली सरकार बनी और विकास की गाथा लिखी गई. भाजपा की केन्द्र की सरकार में पहली बार आदिवासी कल्याण मंत्रालय बना जो अब जनजातीय मामलों के नाम से जाना जाता है. केन्द्र सरकार में पहली बार आठ आदिवासी मंत्री बने हैं, जो पहले कभी नहीं हुआ. ऐसी सरकार की लोग आलोचना करते हैं, जो समझ से परे है. आदिवासियों और मूलवासियों की भावनाओं को यहां ठेंस पहुंचाया जा रहा है. राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. आए दिन महिलाओं के साथ अत्याचार-बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. अपने आपको आदिवासियों की हितैषी बताती है, जबकि इसके विपरित कदम सरकार उठा रही है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से जन-जन तक पहुंचकर हेमंत सोरेन की सरकार की कारगुजारियों को पहुंचाने का आह्वान किया और केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों का लाभ किस तरह आम जनता को मिले, इस दिशा में कदम उठाने के लिए कहा.
लोकतंत्र के मंदिर को खास धर्म का मंदिर बना रही हेमंत सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. इसलिए लोकतंत्र के मंदिर (विधानसभा) को धर्म का मंदिर बना रही है, जो सरासर गलत है. किसी खास धर्म के लोगों के लिए कमरा आवंटित करने की परंपरा, अन्य धर्म के लोगों के साथ अन्याय है. ऐसे में हेमंत सरकार को सभी धर्मों के लिए जगह आवंटन करना चाहिए. अपने राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी की गिरफ्तारी के संबंध में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है. उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है. इस मामले में सच्चाई सामने आएगी. अभी तक सरकार की ओर से उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिए जाने के सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार डर गई है कि उनके नेता प्रतिपक्ष बनने से हेमंत सोरेन की सरकार को चुनौती मिलेगी. इसलिए मान्यता नहीं दे रही है.
आबुआ दिसोम, आबूआ राज के नाम पर सत्ता हथियाने वाले के राज में बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं : रघुवर दास
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने अबुआ दिशोम-आबुआ राज के नाम पर सत्ता में आई. लेकिन इस आबुआ राज में आदिवासियों की हालत बद से बदतर हुई है. आए दिन आदिवासी महिलाओं के साथ अत्याचार और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. 19 माह में 2700 बलात्कार की घटनाएं हो चुकी हैं. हेमंत के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में बच्ची के साथ बलात्कार हुआ, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर पाई. सत्ता संभालते ही चाईबासा में नक्सलियों के हाथों सात आदिवासियों का नरसंहार कर दिया गया. इस मामले में आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. उल्टे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहते हैं कि मारने वाला भी हमारा और मरने वाला भी हमारा ही आदमी था. झारखंड में लगातार बांग्लादेशी मुसलमान आदिवासी युवतियों को बहलाकर शादी कर रहे हैं. वहीं ईसाई समुदाय के लोग भी आदिवासियों का धर्मांतरण करा रहे हैं, जिसको सरकार का संरक्षण प्राप्त है. हालात अगर यही रहे तो झारखंड में आदिवासी समुदाय अल्पसंख्यक ही रह जाएगा. झामुमो आदिवासियों के नाम पर सिर्फ ठग रही है. जल, जंगल, जमीन के नाम पर लूट मची हुई है. कोयला, बालू माफिया और जमीन हड़पने वाले सक्रिय हैं. सरकारी दफ्तरों में बिचौलियों का राज है. नई नियोजन नीति में हिंदी भाषा भाषी को हटा दिया गया है. इससे झारखंड के बाहर रहकर पढ़ाई करने वाले आदिवासियों को यहां नौकरी भी नहीं मिल पाएगी. बाहरी को रोकने की जगह झामुमो के केंद्रीय महासचिव की पत्नी को जेपीएससी में नौकरी दी गई. यह आदिवासियों के साथ धोखा नहीं तो क्या है.
मालिक को चौकीदार बना रही हेमंत सरकार : सांसद
सम्मेलन में सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण हैं. लेकिन यहां की सरकार इन संपदाओं के मालिकों (आदिवासियों) को चौकीदार बना रही है. जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों को पछाड़ा. आज उनके वंशज और परिजन दर-दर की ठोकर खा रहे है. केन्द्र सरकार ने आदिवासियों के हितों में कई काम किए हैं, लेकिन यहां की सरकार आदिवासियों के खिलाफ काम कर रही है. ऐसी सरकार को हटाने के लिए जनजातीय समुदाय गोलबंद हों. सम्मेलन को भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, पूर्व विधायक मेनका सरदार आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर जमशेदपुर भाजपा के प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू, जमशेदपुर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के बिनानंद सिरका, जमशेदपुर भाजपा के अध्यक्ष गुंजन यादव, रमेश हांसदा, अनिल मोदी, काजू सांडिल आदि मौजूद थे.