Chaibasa : जिला में प्रशासन के निर्देश पर बाल संरक्षण एवं बाल अधिकार जागरूकता अभियान के तहत सदर प्रखंड व पंचायत स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. प्रशिक्षक के तौर पर विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति की गई है. बुधवार को चाईबासा के प्रखंड सभागार में प्रशिक्षण कराया गया. प्रशिक्षण में अनाथ बच्चों, बिन ब्याही मां से जन्मे बच्चों का भरण-पोषण, किसी कारण अकेले रह गए बच्चे, बाल विवाह और मानव तस्करी के शिकार की संरक्षण और उनके अधिकारों की जानकारी दी जाएगी. इसमें मानकी-मुंडा, मुखिया, वार्ड सदस्य, विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, राशन डीलर, जलसहिया आदि को जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है. ये सभी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने आसपास के जरुरतमंद बच्चे-बच्चियों पर नजर रखकर संरक्षण और अधिकार दिलाने का कार्य करेंगे.
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प्रशिक्षण में बताया जा रहा है कि बाल संरक्षण और उनके अधिकारों के दायरे में आने वाले बच्चे-बच्चियों के संबंध में जानकारी देने के लिए 1098 नंबर पर डायल करना है. अनाथ बच्चों के संरक्षण के लिए सरकारी प्रावधान के अनुसार मासिक 2000 रुपए निर्धारित है. इसके अलावा पूंजीपतियों द्वारा गोद लिया जा सकता है. सदर प्रखंड में पंचायत स्तरीय प्रशिक्षक के रुप में टेकराहातु पंचायत में नसीबन सिंकू व विपिन चन्द्र करजी, मतकमहातु में ललिता चातर, लुपुंगुटु पंचायत में हयदुनाथ हेम्ब्रम व बासिल सुरीन, नीमडीह पंचायत में रीता विश्वकर्मा व रेणुबाला गुप्ता, बरकुंडिया में साधुचरण बुड़ीउली व स्वाति पूर्ति, बारीजल पंचायत में सुरेश सुरीन आदि ने प्रशिक्षण दिया. वहीं प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण हेतु विनय कुमार सिंह और विनोद कुमार तिवारी प्रशिक्षण दे रहे हैं.