Adityapur : आदित्यपुर स्थित मांझीटोला बस्ती में आवास बोर्ड की जमीन पर आरओ वाटर का कारोबार चल रहा था. उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट कृष्ण कुमार, सीओ मनोज कुमार और थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद महतो ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए यहां किए गए अवैध निर्माण को तोड़ते हुए इसे अतिक्रमण मुक्त कराया गया. मिली जानकारी के अनुसार, मांझी टोला बस्ती स्थित उपेन्द्र सिंह नामक व्यक्ति ने आवास बोर्ड से ज़मीन ली थी. प्रक्रिया पूरी होने के बाद दूसरे व्यक्ति ने इस ज़मीन को अपने क़ब्ज़े में ले लिया. जिसके बाद उपेन्द्र सिंह ने 2012 में उच्च न्यायालय में आवास बोर्ड के खि़लाफ़ याचिका दायर की थी. उन्होंने क़ब्ज़ा किए गए ज़मीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग कोर्ट से की थी. हाईकोर्ट ने 10 सितंबर 2021 को उपेंद्र सिंह के पक्ष में फैसला सुनाते हुए जमीन को कब्जा मुक्त करने का आदेश प्रशासन को दिया. एसडीएम कृष्ण कुमार ने बताया कि 20 सितंबर को इस संबंध में आवास बोर्ड को उच्च न्यायालय में जवाब दाखिल करना है, इसलिए शॉर्ट नोटिस पर इस जगह को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है. आवास बोर्ड से प्राप्त पत्र के आधार पर कार्रवाई करते हुए जमीन से अतिक्रमण हटाकर याचिकाकर्ता उपेंद्र सिंह को उनकी ज़मीन सौंप दी गयी. अतिक्रमण मुक्त अभियान में विनय कुमार, हरेंद्र भट्ट, विनोद कुमार, कनीय अभियंता, राज कुमार एवं अजय कुमार मौजूद रहे.
दो साल पहले रमेश तिवारी ने खरीदी जमीन
वर्तमान में इस जमीन पर रमेश तिवारी अपना आरओ का कारोबार कर रहे थे. उन्होंने बिना नोटिस दिए प्रशासन की इस कार्रवाई को तानाशाहीपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि मैंने यह ज़मीन रघुवर महतो से 2 साल पहले ली थी, जिसके बाद पूरी जगह को बाउंड्री कर आरओ पानी का काम चल रहा था. शुक्रवार की दोपहर क़रीब 2 बजे सीओ मनोज कुमार का फ़ोन आया और उन्हें आदित्यपुर थाना बुलाया गया, वहां से पूरी टीम के साथ मुझे भी यहां लाया गया. मुझे कहा गया कि तुरंत वहां से अपनी महंगी चीजें हटा लें. उसके आधे घंटे के बाद जेसीबी लगा दिया गया. रमेश तिवारी का आरोप है कि इस कार्रवाई में उसका आरओ मशीन भी तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि पूरा मांझीटोला ही अवैध बसा हुआ है, मुझे निशाना बनाकर कार्रवाई की जा रही है.