Ranchi: झारखंड में फिलहाल विकास की नहीं बल्कि एक सिर कटी लाश पर राजनीति हो रही है. तीन जनवरी को ओरमांझी थाना क्षेत्र में एक बिना सिर के महिला का शव मिलता है. चार जनवरी को रांची के किशोरगंज चौक पर कुछ लोग सीएम के काफिले का रास्ता रोकते हैं. सीएम हेमंत सोरेन को अपना रास्ता बदलना पड़ता है. भीड़ ओरमांझी में मिली सिर कटी लाश के गुनहगारों को सजा दिलाने की मांग करती है. लेकिन इस प्रदर्शन में डिमांड कम और उत्पात ज्यादा होता है. पुलिस वालों को पीटा गया. गाली-गलौज की गयी.
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बैरिकेड से सड़क जाम कर दिया गया. लोगों की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गयी. जेएमएम ने इस पूरे घटना का निंदा किया. साथ ही आरोप लगाया कि घटना बीजेपी की सुनियोजित प्लान थी. वहीं बीजेपी का कहना है कि ओरमांझी की घटना के बाद पब्लिक ने स्वतः स्फूर्त आंदोलन किया है. इस मुद्दे पर राज्य भर में बीजेपी धरना-प्रदर्शन करने का काम कर रही है. जेएमएम की तरफ से भी बीजेपी के पुतला फूंकने का काम राज्य भर में हो रहा है. इस बीच लगातार न्यूज नेटवर्क की टीम ने दोनों पार्टी जेएमएम और बीजेपी से सवाल किए. नीचे लगे वीडियो में क्लिक कर जानें सवालों का बीजेपी और जेएमएम के प्रवक्ताओं ने क्या जवाब दिया.
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बीजेपी से सवाल
- क्या सीएम का काफिला रोका जाना जायज था?
- जिस तरह से प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया, धक्का मुक्की की क्यो वो तरीका ठीक था. प्रदर्शन के दौरान पुलिस वाले घायल हुए आम लोगों को चोट पहुंची.
- क्या इस तरह का उग्र प्रदर्शन करने के बाद पुलिस को कार्रवाई नहीं करनी चाहिए?
- हिरासत में लिए जा रहे लोगों का नाता विश्व हिंदू परिषद और दूसरे हिंदू संगठनों से निकल रहा है. क्या बीजेपी के लोगों की तरफ से प्रदर्शन किया गया.
- बीजेपी सरकार में वीआईपी रोड से तीन बार डंडा हांक कर वीआईपी जाया करते अब ऐसा नहीं हो रहा, क्या लिबरल रहना सरकार के लिए अच्छा नहीं है?
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जेएमएम से सवाल
- जो लोग एल्बर्ट एक्का चौक पर चार तारीख को प्रदर्शन कर रहे थे क्या उन्होंने ही किशोरगंज चौक पर सीएम का काफिला रोका?
- क्या पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की चूक नहीं हैं?
- सरकार का खुफिया विभाग क्या कर रहा था?
- इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार की तरफ से क्या कदम उठाए जाएंगे?
- जब चूक आपकी सरकार से हुई तो इसमें बीजेपी कैसे दोषी है?