Patna: सरकारी नौकरी की स्थिति कितनी दयनीय है इसका अंदाजा ग्रुप डी के लिए प्रयासरत युवाओं को देखकर लगता है. लॉकडाउन के बाद हर कोई रोजगार के लिए दौड़ लगा रहा है. जिसे जहां अवसर मिल रहा है वह उधर जा रहा है.
मामला यह है कि बिहार विधान परिषद में सौ सीट से कुछ अधिक वैकेंसी है. इसे लेकर युवाओं में उत्साह है. सरकारी नौकरी के लिए यह सीधी भर्ती है. यह वैकेंसी ग्रुप डी के लिए आई थी. इसमें हजारों फार्म भरे गए थे. इसमें से ज्यादातर आवेदक स्नातक या फिर इंटरमीडिएट पास हैं.
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कतार में हैं डिग्रीधारी
बड़ी बात यह है कि बिहार में बेरोजगारी या फिर सरकारी नौकरी की चाहत बड़ी डिग्रीधारी हैं. इसमें इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट डिग्रीधारी हैं. ये सभी ग्रुप डी की नौकरी के लिए लाइन मे लगे हुए हैं. इसमें ऐसे आवेदक भी हैं जिन्हें टीचर बनना था. लेकिन यहां आ गये. बेरोजगारी और जरुरत ने ऐसी परिस्थिति खड़ी की है कि मैट्रिक स्तर के आई वैकेंसी में ज्यादातर स्नातक स्तरीय लड़कों ने फार्म भर रखा है. वे किसी हाल में नौकरी पाना चाहते हैं.
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कई पद हैं रिक्त
यहां कई पद हैं. इसमें कार्यालय परिचारी सफाईकर्मी का 7 पद है. फरास यानी मेज टेबल और खिड़की सफाई करनेवाले का 9 पद है. बिहार विधान परिषद के बागवानी के लिए माली का 5 और दरबान का 7 पद है. नाइट गार्ड के लिए 4 और ऑफिस अटेंडेट का सबसे अधिक 96 पद है. सभी का साक्षात्कार चल रहा है.
बिहार विधान परिषद में इन सीटों के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगवाया गया था. बताया जा रहा है कि इन पदों के विरुद्ध लाखों में आवेदन आए. 8 दिसंबर से जारी साक्षात्कार 21 जनवरी तक चलेगा.
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