LagatarDesk : मां-बाप की जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभा पाना संभवत: इस दुनिया का सबसे कठिन काम है. बच्चे की जिंदगी में मां-बाप का किरदार बहुत अहम होता है. हर पेरेंट्स अपने बच्चों का रोल मॉडल होते हैं. आपके बच्चे का व्यवहार आपके परवरिश पर निर्भर करता है. हर पेरेंट्स अपनी तरफ से बच्चों के लिए हमेशा अच्छा करने की सोचते हैं. लेकिन जाने-अनजाने में उनसे कुछ गलतियां हो जाती हैं. जिसका बच्चों पर गहरा असर पड़ता है.
जाने-अनजाने में भूलकर ना करें अपने बच्चों से ऐसी बात
बच्चों का मन काफी चंचल होता है. वे मन के सच्चे होते हैं. लेकिन कभी-कभी आप जाने-अनजाने में अपने बच्चे को ऐसी बात कह देते हैं, जो उनके मन में गहराई से बैठ जाती है और शायद बड़े होने की बाद भी यह बात वो अपने दिमाग से नहीं निकल पाते हैं. ऐसे में आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने बच्चे को क्या कह रहे हैं. इसका उन पर क्या असर पड़ेगा. आइये हम आपको बताते है कुछ बातें जो भूलकर भी आपको अपने बच्चे के सामने नहीं बोलना चाहिए.
बच्चों से कभी नहीं बोलाना चाहिए झूठ
बच्चों से कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए. मनोवैज्ञानिक के अनुसार, अगर बच्चों को यह बात बाद में पता चलती है तो इसका उनपर गलत असर पड़ता है. अगर बच्चे के साथ आप हमेशा ऐसा करेंगे तो उसके मन में आपके लिए भरोसा खत्म होने लगता है. इसका असर उसकी पूरी जिंदगी पर पड़ सकता है.
भाई-बहन की कभी ना करें तुलना
कभी भी अपने एक बच्चे की तुलना दूसरे बच्चे से नहीं करनी चाहिए. कभी अगर बच्चा कोई काम नहीं कर पाता है या किसी चीज में फेल हो जाता है तो उसे लोगों के सामने बिल्कुल भी शर्मिंदा ना करें. बच्चे के सामने रिश्तेदारों से उसकी बुराई ना करें.
भूलकर भी ना कहे कि पैदा करके कर दी गलती
बच्चे को कभी नहीं कहना चाहिए कि आप उसे प्यार नहीं करते. या फिर उसे पैदा करके आपने सबसे बड़ी गलती की है. साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि इससे बच्चे के मन में अकेलेपन की भावना आ जाती है. वो आपसे दूर जाने लगेगा.
बच्चे के दुख का मजाक बनाने की ना करें गलती
साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि पेरेंट्स को कभी भी अपने बच्चे का मजाक नहीं बनाना चाहिए. कभी उनके उनके दर्द को कम नहीं समझना चाहिए. भूलकर भी अपने बच्चे पर ज्यादा कंट्रोल ना करें. बच्चों पर किसी चीज को करने के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए. चाहे वह खाने-पीने की कोई चीज हो या फिर करियर और पढ़ाई हो.
छोटी सी कोशिश पर करें बच्चे की तारीफ
अगर आपका बच्चा कुछ भी करने का प्रयास करता है तो उसकी तारीफ करें. एक बच्चा अपनी छोटी सी भी कोशिश में मां-बाप से तारीफ की उम्मीद रखता है. ऐसा ना होने पर उसके दिल को गहरी चोट लगती है. बच्चे ये कभी नहीं भूल पाते हैं.
बच्चे के सामने किसी बात को सही ढंग से कहनी चाहिए
साइकोलॉजिस्ट के अनुसार, आप अपने बच्चों से क्या कहते हैं ये तो जरूरी होता ही है. लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है कि इस बात को आप अपने बच्चे को किस तरह से कहते हैं. बच्चे बहुत संवेदनशील होते हैं और छोटी सी बात उनके दिल को लग जाती है. जब पेरेंट्स बच्चों की बातें नहीं सुनते हैं तो इसका उनके दिमाग पर गहरा असर पड़ता है.